view all

राजस्थान : नहीं थम रहा Swine Flu का खतरा, मरने वालों की संख्या हुई 125

चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार एक जनवरी से 14 फरवरी तक 16,078 मरीजों की स्वाइनफ्लू जांच में 3285 पॉजिटिव पाए गए

Bhasha

राजस्थान में स्वाइनफ्लू पीड़ित छह मरीजों की गुरुवार को मौत होने के बाद इस बीमारी से मरने वालों की संख्या 125 हो गई है.चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार एक जनवरी से 14 फरवरी तक 16,078 मरीजों की स्वाइनफ्लू जांच में 3285 पॉजिटिव पाए गए. वहीं 125 लोगों की मौत हो गई.

राज्य में गुरुवार को 531 मरीजों की जांच में 113 पॉजिटिव पाए गए वहीं छह लोगों की मौत हो गई. गुरुवार को जोधपुर-बाडमेर में 2-2, भरतपुर-नागौर में 1-1 स्वाइनफ्लू पीड़ित मरीजों की मौत हो गई.


इससे पहले स्वाइन फ्लू के कारण 1 जनवरी 2019 से लेकर 10 फरवरी 2019 तक 107 मौतें सामने आ चुकी थी. इसके अलावा कुल 2941 पॉजिटिव मामले सामने आए थे.

क्या है स्वाइन फ्लू?

स्वाइन फ्लू एक संक्रामक बीमारी है, जो काफी तेजी और आसानी से फैलती है लेकिन इसका इलाज संभव है. अगर बीमारी के दौरान और बाद में कुछ बातों का ध्यान रखा जाए तो इसको गंभीर होने से बचाया जा सकता है. दरअसल ये एक संक्रमण है, जो इंफ्लूएंजा ए वायरस के कारण फैलता है.

ये वायरस सूअरों में पाया जाता है. इंसानों में ये संक्रामक बीमारी काफी तेजी से फैलती है. अगर सावधानी न बरती जाए, तो ये काफी गंभीर भी हो सकती है. स्वाइन फ्लू का खतरा अधिकतर ठंड और बरसात में रहता है क्योंकि ये बीमारी नमी के चलते तेजी से फैलती है.

स्वाइन फ्लू के लक्षण?

स्वाइन के साथ सबसे बड़ी समस्या ये है कि इसके लक्षण पहली नजर में सामान्य सर्दी-जुकाम लगने जैसे होते हैं. इसमें तेज बुखार, जुकाम, छींक जैसी स्थिति होती है. लेकिन परेशानी ज्यादा बढ़ने पर उल्टी-दस्त भी लग सकते हैं. साथ ही मरीज के मांसपेशियों में दर्द, जकड़न, सिर और गले में दर्द की शिकायत रहती है. भूख नहीं लगती और अनिद्रा की समस्या पैदा हो जाती है.