बिहार में राजनीतिक सरगर्मी जारी है. लालू यादव और उनके परिवार पर लगातार आरोपों की बौछार और उप-मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के इस्तीफे की मांगों के बीच संभावना जताई जा रही है कि राष्ट्रपति चुनाव के बाद कोई बड़ा फैसला हो सकता है.
संभावना जताई जा रही है कि राष्ट्रपति चुनाव के बाद लालू यादव कोई बड़ा फैसला ले सकते हैं. डिप्टी सीएम तेजस्वी के इस्तीफा न देने पर अड़ी आरजेडी अपने रुख में परिवर्तन कर सकती है.
जेडीयू नेता बार-बार यह कहते रहे हैं कि भ्रष्टाचार मुक्त नेता की छवि उनकी सबसे बड़ी पूंजी है जिससे वह कतई समझौता नहीं कर सकते. हालांकि जेडीयू द्वारा तेजस्वी को इस्तीफा देने के लिए कोई अल्टीमेटम नहीं दिया गया है.
गठजोड़ बचाने की कोशिशों में तेजी
यह भी अटकलें लगाई जा रही हैं कि बीजेपी को सत्ता से दूर रखने के लिए आरजेडी सरकार से हटकर नीतीश को बाहर से समर्थन दे सकती है.
खबरों के मुताबिक, महागठबंधन में पड़ रहे दरार को कम करने के लिए कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी ने खुद नीतीश और लालू दोनों से फोन पर बात भी की.
आरजेडी के नेता शिवानंद तिवारी ने तो कहा कि मैं नीतीश कुमार से हाथ जोड़ कर गठबंधन को बचाने की अपील करता हूं.
सीबीआई द्वारा की गई छापेमारी और एफआईआर में नाम आने के बाद से ही तेजस्वी के इस्तीफे की अटकलें सामने आने लगी थीं. तेजस्वी लगातार अपने इस्तीफे की अटकलों को यह कह कर खारिज करते आए हैं कि केंद्र सरकार ने राजनीतिक कारणों से सीबीआई को उनके पीछे लगा रखा है.
सोमवार को राष्ट्रपति चुनाव में मतदान देने संसद पहुंची लालू यादव की बेटी और राज्यसभा सांसद मीसा भारती ने भ्रष्टाचार के आरोपों पर चुप्पी साधे रखी. संसद में प्रवेश करती मीसा भारती ने मीडिया के सवालों के जवाब भी नहीं दिए.
#WATCH Delhi: Rajya Sabha MP Misa Bharti evades questions on corruption charges against her pic.twitter.com/EMuPpjmpIY
— ANI (@ANI_news) July 17, 2017