काम के माहौल पर
राज्यपाल को इस्तीफा सौंपने के बाद नीतीश कुमार ने कहा, महागठबंधन की सरकार को 20 महीने से ज्यादा चलाया. हमने गठबंधन धर्म का पालन किया है. मैंने निरंतर काम करने की कोशिश की. जितना भी संभव हुआ हमने काम करने की कोशिश की. लेकिन इस बीच में जो चीजें उभर कर सामने आईं. अब उस माहौल मेरे लिए काम करना संभव नहीं है.
तेजस्वी के मुद्दे पर
नीतीश कुमार ने कहा, तेजस्वी के मुद्दे पर हमने राहुल गांधी से बात की. इस पर हमने राज्य के कांग्रेस नेताओं से भी बात की. हमने कांग्रेस से भी कहा कि कुछ ऐसा करें जिससे रास्ता निकले. लेकिन कोई रास्ता नहीं निकला.
नोटबंदी और बेनामी संपत्ति पर
नीतीश कुमार ने कहा, हमने तो नोटबंदी का समर्थन किया था, जिस वजह से मेरे ऊपर पता नहीं क्या-क्या आरोप लगा है. उस वक्त मैंने कहा था कि बेनामी संपत्ति पर भी हमला किया जाए. फिर मैं इससे कैसे पीछे हट सकता हूं.
अकूत संपत्ति जुटाने पर
नीतीश कुमार ने कहा कि जरूरत से ज्यादा धन जमा करना ठीक नहीं है. उन्होंने कहा, कफन में जेब नहीं होती, जो कोई जो कुछ भी करेगा सब यहीं रह जाएगा. आप जो कुछ भी जमा करेंगे यही रह जाएगा.
बीजेपी के समर्थन पर
नीतीश कुमार ने कहा कि अागे क्या होगा यह देखा जाएगा. अभी तक जो हुआ, वह सब आपके सामने है. आगे जो भी वह भी देखा जाएगा.