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नीतीश ने उपराष्ट्रपति चुनाव में विपक्ष के साथ होने के दिए संकेत

राहुल गांधी के हस्तक्षेप देने के बाद कांग्रेस और जदयू के बीच गिले-शिकवे का दौर खत्म हो गया है

Bhasha

राष्ट्रपति चुनाव में उम्मीदवारी को लेकर कांग्रेस और जनता दल यूनाइटेड के बीच पैदा हुई कड़वाहट दूर होने के संकेत मिले हैं.

कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने इस बारे में दखल देते हुए अपनी पार्टी के नेताओं क नीतीश कुमार के खिलाफ नहीं बोलने का निर्देश दिया है. माना जा रहा है कि राहुल के इस कदम के बाद दोनों पार्टियों के बीच विवाद खत्म हो गया है,


बदले में जेडीयू ने भी इस दिशा में साकारात्मक रूख अपनाते हुए उपराष्ट्रपति चुनाव में विपक्ष के साथ होने के संकेत दिए हैं.

मीडिया में आई रिपोर्ट के अनुसार राहुल गांधी ने नीतीश कुमार का मजबूती से पक्ष लेते हुए अपने पार्टी के नेताओं से जेडीयू अध्यक्ष की आलोचना करने से दूर रहने का निर्देश दिया है.

राहुल गांधी के दखल देने के बाद नीतीश कुमार के उपराष्ट्रपति चुनाव को लेकर होने वाली चर्चा में शामिल होने की संभावना बढ़ गई है

बिहार प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष (बीपीसीसी) अशोक चौधरी ने इस सप्ताह के शुरुआत में राहुल गांधी के साथ दिल्ली में मुलाकात होने की पुष्टि की. लेकिन उन्होंने बैठक के बारे में कोई विस्तृत जानकारी शेयर करने से इनकार किया.

नीतीश के खिलाफ कांग्रेस नेताओं को बयान नहीं देने का निर्देश

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार राहुल ने बैठक के दौरान अशोक चौधरी को नीतीश के खिलाफ बयान जारी करने वाले पार्टी नेताओं के खिलाफ कार्रवाई के संकेत दिए.

राजनीतिक हल्के में नीतीश के साथ बेहतर संबंध रखने वाले राहुल के इस कदम के बाद दोनों पार्टियों में मतभेद खत्म होने की संभावना है.

जेडीयू के राष्ट्रीय महासचिव के सी त्यागी ने गुरूवार को कहा कि अगस्त में होने वाले उपराष्ट्रपति चुनाव को लेकर चर्चा करने के लिए अगर विपक्षी दलों द्वारा उनकी पार्टी को बुलाया जाता है तो निश्चित तौर पर हम उसमें हिस्सा लेंगे.

बिहार सरकार में शिक्षा मंत्री और कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अशोक चौधरी ने कहा कि हम उम्मीद करते हैं कि जेडीयू उपराष्ट्रपति चुनाव में हम लोगों का साथ देगी.