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अखबार को पूरी सच्चाई रखनी चाहिए, सरकार ने राफेल पर हर जवाब दिया है : रक्षा मंत्री

एएनआई ने राफेल वार्ताओं पर MoD के असहमति नोट पर तत्कालीन रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर के जवाब को साझा किया है

FP Staff

राफेल सौदे पर संसद में राहुल के आरोपों को खारिज करते हुए रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने पलटवार किया है. राहुल गांधी ने अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में अखबार द हिंदू का हवाला देते हुए पीएम मोदी पर राफेल डील में घोटाला करने का आरोप लगाया था. ऐसे में लोकसभा में अखबार की रिपोर्ट पर सवाल खड़े करते हुए रक्षा मंत्री ने कहा, सरकार ने राफेल पर हर जवाब दिया है. अखबार को पूरी सच्चाई रखनी चाहिए.

एक अखबार ने रक्षा सचिव द्वारा लिखित एक फाइल प्रकाशित की, यदि कोई समाचार पत्र केवल इसे प्रकाशित करता है तो पत्रकारिता की नैतिकता पर सवाल खड़े होना लाजमी है. अखबार को तत्कालीन रक्षा मंत्री के जवाब को भी प्रकाशित करना चाहिए है. केवल एकपक्ष को जगह नहीं देनी चाहिए.


Defence Minister Nirmala Sitharaman: A newspaper published a file noting written by Defence Secretary, If a newspaper publishes a noting then the ethics of journalism will demand that the newspaper publishes the then Defence Minister’s reply as well. #Rafalepic.twitter.com/ZErHRRCkIq

तत्कालीन रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने उस एमओडी नोट का जवाब दिया था. उन्होंने कहा था कि शांत रहें, चिंता की कोई बात नहीं है, सब कुछ ठीक हो रहा है. अब, आप पूर्व पीएमओ में सोनिया गांधी के नेतृत्व वाली एनएसी की दखलअंदाजी को कैसे देखते हैं? वह क्या था?

एएनआई ने राफेल वार्ताओं पर MoD के असहमति नोट पर तत्कालीन रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर के जवाब को साझा किया है. इसे देखकर ऐसा लगता है कि पीएमओ और फ्रांसीसी राष्ट्रपति कार्यालय इस मुद्दे की प्रगति पर निगरानी रखे हुए हैं. इसका प्रमाण अभी हाल ही हुए शिखर बैठक से लग सकता है.

ANI accesses the then Defence Minister Manohar Parrikar’s reply to MoD dissent note on #Rafale negotiations."It appears PMO and French President office are monitoring the progress of the issue which was an outcome of the summit meeting. Para 5 appears to be an over reaction" pic.twitter.com/3dbGB9xF4Z

— ANI (@ANI) February 8, 2019

इधर राफेल मुद्दे पर केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा- कभी-कभी ऐसा लगता है कि कुछ लोग विशेषकर कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं को राष्ट्रीय सुरक्षा के संवेदनशील मुद्दे पर बदनाम करने और गुमराह करने के लिए 'सुपारी' मिली है. उन्होंने कहा- कांग्रेस की हालत इस समय कुछ ऐसी है- न इज्जत की चिंता न फिक्र किसी अपमान की, जय बोलो बेईमान की.