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ताजमहल में भारतीय मजदूरों का पसीना लगा है: योगी आदित्यनाथ

योगी आदित्यनाथ 26 अक्टूबर को आगरा जा रहे हैं

FP Staff

आगरा के ताजमहल पर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. बीजेपी नेता संगीत सोम ने पहले कहा कि ताजमहल भारतीय संस्कृति पर कलंक है. इसके बाद असुद्दीन ओवैसी और आजम खान ने भी पलटवार करते हुए कहा, 'अगर ताजमहल कलंक है तो लाल किला क्या है?' अब इस मामले में नया बयान सीएम योगी आदित्यनाथ का आया है.

योगी ने कहा, इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता कि इसे किसने और किसके लिए बनाया. ताज महल को भारतीय मजदूरों ने खून-पसीना बहाकर बनाया है. यह हमारे लिए महत्वपूर्ण है, खासतौर पर पर्यटन के लिहाज से. अब हमारी प्राथमिकता है कि हम वहां पर्यटकों को सुविधाएं और सुरक्षा दें.'


आजम खान ने क्या कहा था?

इससे पहले आजम खान ने कहा था कि ताज के अलावा क्या लाल किला, संसद और राष्ट्रपति भवन भी गुलामी की निशानी है?

संगीत सोम को निशाना बनाते हुए आजम खान ने कहा कि देश में मौजूद उन सभी इमारतों को गिरा देना चाहिए जिनसे कल के शासकों की बू आती है. मैंने तो पहले भी कहा कि सिर्फ ताजमहल ही क्यों संसद भवन, राष्ट्रपति भवन, लाल किला व कुतुब मीनार सब को गिरा देना चहिए.

आजम खान ने संगीत सोम का नाम लिए बिना कहा कि मैं किसी को जवाब नहीं दे रहा हूं क्योंकि गोश्त के कारखाने चलाने वालों को राय देने का अधिकार नहीं. प्रधानमत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ही अब फैसला करेंगे लेकिन मैं यह कहना चाहता हूं कि उन सभी इमारतों को गिरा देना चाहिए जिनसे कल के शासकों की बू आती है. इस बीच खबर है कि 26 अक्टूबर को योगी आदित्यनाथ ताजमहल जाने वाले हैं.