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यूपी चुनाव: मोदी का मोबाइल कनेक्शन बहराइच से

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बहराइच रैली को मोबाइल से संबोधित किया

Ravishankar Singh

रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बहराइच में रैली होने वाली थी. मौसम खराब होने के कारण प्रधानमंत्री का हेलीकॉप्टर बहराइच में उतर नहीं सका. इसके बाद पीएम ने मोबाइल से ही संबोधित करना शुरू कर दिया. मोदी को यूपी के बहराइच में दोपहर दो बजे पहुंचना था, पर घने कोहरे के कारण उनका हेलीकॉप्टर बहराइच में लैंड नहीं कर सका.

मोदी के मोबाइल से भाषण के प्रमुख अंश


उत्तर प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य ने पीएम के न पहुंचने की खबर का खुद एलान किया. मौर्य ने कहा कि पीएम आप लोगों को अब मोबाइल से ही संबोधित करेंगे. मोदी को सुनने के लिए बहराइच में लाखों की भीड़ जुटी थी. पीएम मोदी ने बहराइच से वापस जा कर लखनऊ से मोबाइल से ही संबोधित करना शुरू कर दिया. मोदी ने कहा, ‘आपने देखा होगा कि सरकार काले धन छुपाकर रखने वालों के पीछे पड़ी हुई है. यह सरकार देश के गरीबों की स्थिति को मजबूत करने के लिए सारे प्रयास कर रही है.

नोटबंदी का फैसला गरीबों के लिए

पीएम ने कहा कि भ्रष्टाचार और गलत काम करने वाले लोगों को सरकार सजा दे कर रहेगी. सरकार गरीबों और गरीबों के लिए काम करने वाली है. यूपी सरकार को आड़े हाथों लेते हुआ कहा कि बीजेपी राज्य से गुंडाराज दूर करेंगे. उत्तर प्रदेश को आगे बढ़ाना है. गरीबी और गुंडाराज समाप्त कर प्रदेश को दूर लेकर जाना है.

पीएम ने नोटबंदी के मामले पर सपा और बसपा दोनों पर निशाना साधा.  उन्होंने कहा कि दोनो पार्टी को ही ज्यादा परेशानी क्यों हो रही हैं, ये आप लोग जान ही रहे हैं.

पीएम मोदी ने गुजरात के बाद एक बार फिर बहराइच में कहा कि जनता से खारिज हो चुके दल संसद को चलने नहीं दे रहे हैं

मायावती हमलावर हुई

बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने पीएम पर पलटवार करते हुए कहा है कि बहराइच रैली में लोग पैसे देकर लाए गए. पीएम की बहराइच रैली पूरी तरह फ्लॉप साबित हुई. मोदी पुरानी ही बात को हर जगह दोहराते हैं. उनके पास बोलने को कुछ नया नहीं है. नोटबंदी से देश परेशान है तो दूसरी तरफ मोदी चुनाव प्रचार में हैं.

वहीं आईबी और खुफिया एजेंसियों ने पहले ही मोदी की बहराइच रैली के लिए एलर्ट जारी किया था. बहराइच क्योंकि नेपाल सीमा से बिल्कुल सटा हुआ इलाका है. मोदी विदेशी आतंकी संगठनों के निशाने पर हैं. इसी वजह से रैली स्थल से आठ किलोमीटर की एरिया को पूरी तरह से सील कर दिया गया था. सेना के प्रशिक्षित कमांडो और बम डिस्पोजल सक्वायड को आठ किलोमीटर तक रेडियस में तैनाती की गई थी.