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नगालैंड चुनाव: चर्च की अपील, त्रिशूल और क्रॉस में एक चुनें लोग

इसके साथ ही बैपटिस्ट चर्च ने नगालैंड की सभी पार्टियों के अध्यक्षों के नाम एक खुला खत भी लिखा है

FP Staff

नगालैंड में 18 फरवरी से विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. एक तरफ जहां राजनीतिक पार्टियां इस चुनाव की तैयारी में लगी हुई हैं तो वहीं बीजेपी और बाकी दलों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी शुरू हो गया है.

दरअसल नगालैंड की सबसे बड़ी चर्च संस्था का एक बयान सामने आया है. नगालैंड बैपटिस्ट चर्च परिषद (एनबीसीसी) ने लोगों से कहा है कि वो 'त्रिशूल' और 'क्रॉस' में से किसी एक को चुनें. एनबीसीसी ने अपील की है वो पैसों और विकास के लिए ईसाई धर्म के मूल्यों को न छोड़ें. साथ ही ऐसे लोगों का साथ न दें जो 'ईसा मसीह के हृदय को बेधना' चाहते हैं.


किसके नाम लिखा ओपन लेटर

इसके साथ ही बैपटिस्ट चर्च ने नगालैंड की सभी पार्टियों के अध्यक्षों के नाम एक खुला खत लिखा है. इसमें बताया गया है कि 2015-2017 के दौरान आरएसएस समर्थित बीजेपी सरकार में भारत ने अल्पसंख्यक समुदायों के लिए सबसे बुरा अनुभव किया है.

एनबीसीसी के महासचिव ने इस पत्र में लिखा है कि 'हम इस बात से इनकार नहीं कर सकते कि पिछले कुछ वर्षों में आरएसएस की राजनीतिक शाखा बीजेपी के सत्ता में रहने से हिंदुत्व का आंदोलन अभूतपूर्व तरीके से मजबूत और आक्रामक हुआ है. प्रभु जरूर रो रहे होंगे, जब नगा नेता उन लोगों के पीछे गए जो भारत में हमारी जमीन पर ईसाई धर्म को नष्ट करना चाहते हैं.'

हालांकि बीजेपी ने अभी तक इस खुले पत्र का कोई जवाब नहीं दिया है. बताया जा रहा है कि नगालैंड, मेघालय और मिजोरम में बीफ बैन के चलते इस वक्त बीजेपी बैकफुट पर है.