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मुजफ्फरपुर शेल्टर होम कांड: भ्रष्टाचार से ध्यान हटाने के लिए जंतर-मंतर पर हुआ धरना- नीतीश

उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने इस पर कहा, 'जो नैतिकता की बात कर रहे हैं, जिनके घर में चारा घोटाले के दोषी बैठे हैं, जिस तेजस्वी यादव और राबड़ी देवी को रेलवे टेंडर मामले में समन किया जा चुका है, वो दूसरों से इस्तीफा मांग रहे हैं'

FP Staff

बिहार के मुजफ्फरपुर गर्ल्स शेल्टर होम कांड को लेकर राजनीतिक घमासान तेज हो गई है. इस मुद्दे पर सड़क से लेकर संसद तक में राजनीति गर्म है. राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) समेत विपक्षी पार्टियों के इस पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के इस्तीफे की मांग पर राज्य के उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने पलटवार किया है.

सोमवार को सुशील मोदी ने लालू परिवार पर निशाना साधते हुए कहा, 'जो नैतिकता की बात कर रहे हैं, जिनके घर में चारा घोटाले के दोषी बैठे हैं, जिस तेजस्वी यादव और राबड़ी देवी को रेलवे टेंडर मामले में समन किया जा चुका है, वो दूसरों से इस्तीफा मांग रहे हैं.'


वहीं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इसे लेकर दिल्ली के जंतर-मंतर पर हुए धरना को राजनीतिक एजेंडे के तहत किया गया कार्यक्रम करार दिया. उन्होंने कहा, 'यह धरना भ्रष्टाचार से ध्यान हटाने के लिए दिया गया था. भ्रष्टाचार में शामिल नेताओं और महिलाओं के खिलाफ अपशब्द बोलने वाले एक मंत्री (तेजस्वी यादव) ने कैंडल मार्च निकाला था.'

बता दें कि शेल्टर होम रेप कांड के विरोध में शनिवार को तेजस्वी यादव दिल्ली के जंतर-मंतर पर धरने पर बैठे थे. आरजेडी के आह्वान पर इसमें राहुल गांधी, अरविंद केजरीवाल, शरद यादव समेत विपक्षी पार्टियों के कई बड़े नेता शामिल हुए थे. सबने एकसुर से इस मामले में बिहार सरकार के ढीले रवैये को लेकर आलोचना की थी.