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तेल के बढ़ते दाम पर शिवसेना ने मोदी सरकार को घेरा, पूछा- क्या यही हैं 'अच्छे दिन'?

अपने संपादकीय में केंद्र सरकार का विरोध कर चुकी शिवसेना अब सड़कों उतर आई है. पार्टी ने मुंबई के कई इलाकों में सरकार के खिलाफ विरोध जताते हुए होर्डिंग लगवाई हैं

FP Staff

पेट्रोल-डीजल की लगातार बढ़ती कीमतों से आम आदमी हैरान और परेशान है. इसे लेकर केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार लगातार विपक्षी पार्टियों के निशाने पर है. कांग्रेस ने तेल की बढ़ती कीमतों के विरोध में 10 सितंबर को भारत बंद बुलाया है.

एनडीए की सहयोगी पार्टी शिवसेना भी अब पेट्रोल-डीजल के दामों में बढ़ोतरी को लेकर सरकार पर निशाना साधा है. पार्टी ने अपने मुखपत्र सामना में छपे संपादकीय लेख में इसे लेकर केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोला है. शिवसेना ने मुंबई के कई इलाकों में मोदी सरकार के खिलाफ विरोध जताते हुए होर्डिंग लगवाई है. इन होर्डिंग्स के जरिए पार्टी ने सरकार के अच्छे दिनों के दावों पर सवाल उठाए हैं.


इन होर्डिंग्स में मोदी सरकार के कार्यकाल के दौरान पेट्रोल, डीजल और रसोई गैस (एलपीजी) की कीमतों की तुलना यूपीए सरकार के समय रही पेट्रोल, डीजल और रसोई गैस की कीमतों से की गई है. इसके साथ ही बढ़ती पेट्रोल-डीजल की कीमतों का जिक्र करते हुए सवाल पूछा गया है- क्या यही हैं 'अच्छे दिन'?

शिवसेना इससे पहले भी कई बार अपने मुखपत्र 'सामना' में केंद्र सरकार पर निशाना साध चुकी है लेकिन अब अपने विरोध प्रदर्शन को बड़ा बनाते हुए पार्टी सड़कों तक उतर आई है.

कांग्रेस ने बुलाया भारत बंद

कांग्रेस ने तेल की बढ़ती कीमतों के विरोध में सोमवार 10 सितंबर को भारत बंद बुलाया है. कांग्रेस के बुलाए इस बंद को विपक्ष की कुल 18 छोटी-बड़ी पार्टियों का समर्थन है.

पिछले कुछ दिनों से पेट्रोल डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी का सिलसिला आज यानी रविवार को भी जारी रहा. दिल्ली में रविवार को पेट्रोल की कीमत 80.50 रुपए प्रति लीटर है जो कि शनिवार को 80.47 रुपए प्रति लीटर थी. वहीं, मुंबई में रविवार को पेट्रोल की कीमत 87.89 रुपए प्रति लीटर है जो शनिवार को 87.86 रुपए प्रति लीटर थी. उधर दिल्ली में डीजल की कीमत भी अब बढ़कर 72.61 रुपए/लीटर और मुंबई में 77.09 रुपए/लीटर तक पहुंच गई है.