केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने बीजेपी के ‘संपर्क फॉर समर्थन’ अभियान के तहत आज शैक्षणिक और सामाजिक क्षेत्र में काम करने वाले मुस्लिम समाज के कुछ प्रमुख लोगों से मुलाकात की और कहा कि सामाजिक सौहार्द और सहिष्णुता भारत के डीएनए में है.
‘इंडिया इस्लामिक कल्चरल सेंटर’ के अध्यक्ष सिराजुद्दीन कुरैशी और मुस्लिम समाज के कुछ अन्य प्रमुख लोगों से मुलाकात के बाद नकवी ने कहा, ‘मैंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार द्वारा पिछले 4 वर्षों में ‘समावेशी-सर्वस्पर्शी विकास’ के लिए किए गए कामों के बारे में जानकारी दी.’
उन्होंने कहा, ‘प्रधानमंत्री मोदी न केवल भारत बल्कि पूरे विश्व में अमन, शांति, इंसानी मूल्यों की मजबूत आवाज बन चुके हैं. अमन और इंसानियत की दुश्मन ताकतें अलग-थलग पड़ चुकी हैं. ऐसी हताश, निराश ताकतें अमन-शांति के माहौल को खराब करने की साजिशें कर रही हैं पर लोगों की एकजुटता और अमन-शांति के प्रति प्रतिबद्धता ऐसी ताकतों को परास्त करेंगी.’
नकवी ने कहा, ‘सामाजिक सौहार्द, सहिष्णुता भारत के डीएनए में है. हमें भारत की एकता की संस्कृति को और मजबूत बनाए रखने के लिए मिल कर काम करना होगा.’
उन्होंने कहा कि दुनिया में किसी भी देश के मुकाबले भारत में अल्पसंख्यकों के सामाजिक, धार्मिक, संवैधानिक अधिकार सबसे ज्यादा सुरक्षित हैं. नकवी ने ‘संपर्क फॉर समर्थन’ अभियान के तहत कल ईसाई धर्मगुरू बिशप वारिस मसीह से मुलाकात की थी.