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मिजोरम चुनाव: कांग्रेस को बड़ा झटका, विधानसभा स्पीकर ने दिया इस्तीफा, थामा बीजेपी का हाथ

डिप्टी स्पीकर आर. लालरीनवमा ने कहा, मैं हिफेई के जाने से दुखी हूं और उनके भविष्य की राजनीति के लिए शुभकामनाएं देता हूं

FP Staff

मिजोरम चुनाव से पहले विधानसभा स्पीकर हिफेई ने कांग्रेस को बड़ा झटका दे दिया. सोमवार को उन्होंने अपने पद से इस्तीफा देने की घोषणा के साथ ही बीजेपी की सदस्यता ग्रहण कर ली.

हिफेई ने बताया कि उन्होंने अपना इस्तीफा डिप्टी स्पीकर आर. लालरीनवमा को दिया है, जिसे स्वीकार कर लिया गया. हिफेई वर्तमान विधायकों में सबसे अनुभवी नेता माने जाते हैं. वह कांग्रेस से 2 बार राज्यसभा सदस्य रहे हैं.


1990 से 1996 और 1996 से 2002 तक उन्होंने बतौर सांसद काम किया. हिफेई 2013 के मिजोरम विधानसभा चुनावों में सिआहा जिले की पालक सीट से निर्वाचित हुए थे और उन्होंने एमडीएफ के प्रमुख थवल्ला को हराया था.

हिफेई ने अपनी विधानसभा की सदस्यता से भी इस्तीफा देते हुए कहा कि वह कांग्रेस से भी इस्तीफा दे रहे हैं. मिली जानकारी के मुताबिक अब बीजेपी, हिफेई को पालक सीट से टिकट दे सकती है.

इसके अलावा हिफेई ने डिप्टी स्पीकर आर. लालरीनवमा को विधानसभा की कार्यवाही में सहायता के लिए धन्यवाद दिया और उनके भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं.

डिप्टी स्पीकर आर. लालरीनवमा ने कहा, 'मैं हिफेई के जाने से दुखी हूं और उनके भविष्य की राजनीति के लिए शुभकामनाएं देता हूं.' गौरतलब है कि मिजोरम की कुल 40 विधानसभा सीटों पर 28 नवंबर को वोटिंग होने वाली है.

वोटिंग के नतीजे 11 दिसंबर को आएंगे. ऐसे समय में विधानसभा स्पीकर का कांग्रेस को छोड़ना एक बहुत बड़ी घटना है. इससे कांग्रेस कमजोर होगी और बीजेपी को हिफेई के इस कदम का लाभ मिलेगा.

चूंकि मिजोरम में वोटिंग के लिए अब बहुत ज्यादा समय नहीं बचा है, इसलिए सियासी दलों ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है. मिजोरम में कांग्रेस सत्ता में है और कांग्रेस लगातार यह दावा भी करती है कि बीते सालों में मिजोरम ने काफी तरक्की की है और यहां खूब विकास हुआ है. कांग्रेस इस बात का पूरा क्रेडिट बीते 10 सालों के कांग्रेस के कार्यकाल को देती है.

वहीं बीजेपी इस बार बदलाव का नारा दे रही है. उसका कहना है कि कांग्रेस शासन में खूब भ्रष्टाचार हुआ है. बीजेपी की तरह एमएनएफ और अन्य विपक्षी दलों ने भी कांग्रेस पर भ्रष्टाचार और वंशवाद के आरोप लगाए हैं. हालांकि कांग्रेस का कहना है कि एमएनएफ और बीजेपी साथ मिलकर सियासी साजिश रच रहे हैं.