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कैराना और नूरपूर उपचुनाव के लिए SP-RLD में समझौता

इस समझौते के तहत कैरान सीट पर आरएलडी प्रत्याशी पूर्व सांसद तबस्सुम हसन और नूरपुर सीट से एसपी ने नईमुल हसन को चुनाव मैदान में उतारा है

Bhasha

उत्तर प्रदेश में कैराना और नूरपुर उपचुनाव को लेकर विपक्षी पार्टियां बीजेपी के खिलाफ एकजुट हो रही है. बीते शुक्रवार को अखिलेश यादव और जयंत चौधरी की बैठक में कैराना और नूरपुर उपचुनाव को लेकर बैठक हुई थी. एसपी और राष्ट्रीय लोकदल (आरएलडी) के बीच समझौता हो गया है. दोनों पार्टियों ने दोनों सीटों से अपने उम्मीदवार का नाम जाहिर कर दिया है. कैरान सीट पर आरएलडी प्रत्याशी पूर्व सांसद तबस्सुम हसन होंगी. वहीं नूरपुर सीट से एसपी ने नईमुल हसन को चुनाव मैदान में उतारा है.

आरएलडी और समाजवादी पार्टी के बीच गठबंधन को लेकर समझौता हो गया है और उपचुनाव में सीटें भी बंट गई हैं. कैराना लोकसभा उपचुनाव में एसपी अपना प्रत्याशी उतारेगी और राष्ट्रीय लोकदल के हिस्से में नूरपुर विधानसभा सीट आ सकती है.


अखिलेश यादव से मिलने जब जयंत चौधरी उनके घर पहुंचे तभी इस बात के कयास लगने शुरू हो गए थे कि इस उपचुनाव में दोनों के बीच कोई न कोई समझौता होने जा रहा है. दोनों के बीच बातचीत में उपचुनाव के साथ ही 2019 के लोकसभा चुनाव को लेकर भी विचार-विमर्श हुआ है. एसपी और आरएलडी के सूत्रों ने वार्ता को सकारात्मक बताया है. एसपी का इस सीट से प्रत्याशी उतारने का तर्क है कि 2014 के चुनाव में इस सीट से पार्टी के प्रत्याशी दूसरे नंबर पर रहे थे. माना जा रहा है कि इस उपचुनाव में भी बसपा का समर्थन उसके साथ है.

एसपी-आरएलडी के बीच समझौते से कांग्रेस अलग-थलग पड़ गई है क्योंकि कांग्रेस ने आरएलडी के उम्मीदवार को कैराना में समर्थन देने का ऐलान किया था अब आरएलडी ने कैराना खुद ही एसपी के लिए छोड़ दिया है, ऐसे में अब कांग्रेस के लिए एसपी को समर्थन देने के अलावा कोई चारा नहीं बचा. अब देखना यह है कि कांग्रेस क्या फैसला करती है.