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त्रिपुरा मामले पर माया ने BJP को घेरा, मांगी लोगों के सुरक्षा की गारंटी

माया ने कहा कि इस तरह की घृणित हिंसावादी राजनीति का ही नतीजा है कि देश में आज हर तरफ तनाव और अशांति का माहौल बना हुआ है

Bhasha

बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने भी त्रिपुरा में राजनीतिक हिंसा की आलोचना की है. उन्होंने बुधवार को कहा कि इस तरह की घृणित हिंसावादी राजनीति का ही नतीजा है कि देश में आज हर तरफ तनाव और अशांति का माहौल बना हुआ है.

मायावती ने जारी एक बयान में कहा कि त्रिपुरा में नई बीजेपी सरकार के बनते ही मार्क्सवादी नेताओं पर हमले, उनके कार्यालयों में तोड़फोड़ और सार्वजनिक स्थलों पर स्थापित लेनिन की मूर्तियों को तोड़ने के साथ-साथ तमिलनाडु में पेरियार की मूर्ति को खण्डित करने की घटनाओं से पता चलता है कि देश में नफरत, हिंसा और विघटन की राजनीति अब हर तरफ सिर चढ़कर बोलने लगी है.


उन्होंने कहा कि आपराधिक मानसिकता वाले लोगों को अब कानून का खौफ बिल्कुल भी नहीं रहा है. उन्होंने केंद्र और बीजेपी की राज्य सरकारों से लोगों के जान-माल और धर्म की सुरक्षा की संवैधानिक गारण्टी को शत-प्रतिशत सुरक्षित रखने की मांग भी की.

बीएसपी चीफ ने बीजेपी सरकार की ओर से अब तक किसी कार्यवाही ने होने पर कहा कि 'हालांकि पश्चिम बंगाल की तृणमूल सरकार ने श्यामा प्रसाद मुखर्जी की प्रतिमा को अपमानित करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए 6 लोगों को तुरंत गिरफ्तार कर लिया है, लेकिन वहीं बीजेपी के नेता हमेशा की तरह अनर्गल बयानबाजी करने में ही लगे हुए हैं.'

बीजेपी की जीत के बाद पिछले सोमवार को त्रिपुरा में कई जगहों पर लगी हुई रूसी क्रांति के नायक लेनिन की मूर्तियों पर कथित रूप से बीजेपी के समर्थकों ने बुल्डोजर चला दिया था. इसके बाद तमिलनाडु में समाज सुधारक और द्रविड़ समाज के संस्थापक पेरियार की मूर्ति को तोड़ दिया गया. इस घटना के बाद अब तक कोलकाता में श्यामा प्रसाद मुखर्जी और उत्तर प्रदेश में अंबेडकर के मूर्ति को क्षति पंहुचाई गई है.