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मोदी का बयान, बीजेपी की कथनी और करनी में बड़ा अंतर है : मायावती

मायावती ने पीएम मोदी के 'मन की बात' कार्यक्रम में कही बात पर सवाल उठाया

Bhasha

बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) की अध्यक्ष मायावती ने आस्था के नाम पर हिंसा बर्दाश्त नहीं करने की प्रधानमंत्री की टिप्पणी पर सवाल उठाते हुए कहा कि बीजेपी की कथनी और करनी में बड़ा अंतर है.

मायावती ने सोमवार को अपने बयान में प्रधानमंत्री द्वारा रेडियो पर ‘मन की बात’ कार्यक्रम में आस्था के नाम पर हिंसा बर्दाश्त नहीं करने की टिप्पणी पर सवाल खड़ा किया. उन्होंने यह जानना चाहा कि 1992 में भीमराव अंबेडकर की पुण्यतिथि के अवसर पर 6 दिसंबर को अयोध्या में अदालत, कानून और संविधान का उल्लंघन करते हुए सरकारी संरक्षण में हुई हिंसा और तोड़फोड़ को क्या कहा जायेगा. क्या बीेजेपी नेतृत्व इसके लिये देश से माफी मांगेगी ?


मायावती ने कहा कि डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह को साध्वियों के साथ बलात्कार के मामले में दोषी करार दिये जाने के बाद हरियाणा को भी गुजरात दंगों की तरह हिंसा की आग में जलाया जाना और उस पर प्रधानमंत्री की यह टिप्पणी वास्तव में बीजेपी की कथनी और करनी में अंतर के स्वभाव को साबित करती है.

बीएसपी प्रमुख ने कहा कि अगर पीएम मोदी की बात में थोड़ी भी सच्चाई और ईमानदारी होती तो हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर को अब तक बर्खास्त कर दिया जाना चाहिए था मगर ऐसा नहीं किया गया.

मायावती ने कहा कि प्रधानमंत्री ने ‘मन की बात’ कार्यक्रम में लोगों को याद दिलाया कि वह 15 अगस्त को लाल किले से अपने संबोधन में भी कह चुके हैं कि भारत जैसे लोकतांत्रिक देश में आस्था के नाम पर हिंसा के लिए कोई जगह नहीं है, लेकिन हरियाणा की ताजा घटना यह साबित करती है कि बीजेपी की सरकार पहली ही परीक्षा में बुरी तरह से नाकाम साबित हुई है.