बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) की सुप्रीमो मायावती ने केंद्र और देश भर की बीजेपी सरकारों पर निशाना साधा है. मायावती ने आरोप लगाया कि सत्ताधारी बीजेपी द्वारा न्यायपालिका पर लगातार किये जा रहे हमले और उसके खिलाफ टिप्पणियां गंभीर चिंता का विषय हैं.
मायावती ने बुधवार को जारी अपने बयान में कहा कि बीजेपी सरकारें, इसके नेता और सांसदों द्वारा जजों के लिए अपमानजनक भाषा का प्रयोग किया जाता है. साथ ही अदालतों के खिलाफ हाल के दिनों में जो रवैया देखने को मिला है उससे देश के माथे पर चिंता की लकीरें खिंच गई हैं.
मायावती ने डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह मामले का जिक्र करते हुए कहा कि बड़े पैमाने पर हुई हिंसा और आगजनी के बाद पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट की फटकार पर बीजेपी के अनेक नेताओं ने सार्वजनिक तौर पर जो टिप्पणियां की हैं, उसको देश ने नापसंद किया है.
मायावती ने कहा कि बॉम्बे हाईकोर्ट द्वारा ऐसे ही एक मामले में न्यायपालिका के हित में उचित कानूनी रवैया अपनाये जाने पर देवेंद्र फडणवीस सरकार को लिखित हलफनामा दाखिल कर अदालत से बिना शर्त माफी मांगनी पड़ी है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण कानून के तहत ‘शान्ति क्षेत्र’ घोषित करने संबंधी प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मामले में सुनवाई के दौरान महाराष्ट्र सरकार द्वारा अदालत पर द्वेष के साथ काम करने का आरोप लगाकर जजों को बदलने की मांग को बॉम्बे हाईकोर्ट ने गंभीर मामला मानकर इस पर कड़ा रूख अपनाया था.
मायावती ने कहा कि पाटीदार आंदोलन समिति के नेता हार्दिक पटेल को गुजरात की बीजेपी सरकार जिस प्रकार लगातार परेशान कर रही है, वह इस बात का सबूत है कि बीजेपी अपने विरोधियों को सहन नहीं कर पा रही है. उन पर हर तरह से जुल्म और ज्यादती करने पर तुली हुई है, जिसकी बीएसपी निंदा करती है.