बहुजन समाज पार्टी प्रमुख मायावती ने शनिवार को पार्टी संगठन में कुछ परिवर्तन किए. उन्होंने अपने भाई आनंद कुमार को बीएसपी उपाध्यक्ष पद से हटा दिया है. आरएस कुशवाहा को यूपी यूनिट का अध्यक्ष बनाया गया है. कुशवाहा ने राम अचल राजभर का स्थान लिया है जिन्हें पार्टी का राष्ट्रीय महासचिव नियुक्त किया गया है.
इसके साथ ही बीएसपी में पहली बार 'नेशनल कोआर्डिनेटर’ की नियुक्ति की गई है. पहले चरण में दो नेशनल कोआर्डिनेटर वीर सिंह एडवोकेट और जयप्रकाश सिंह को नियुक्त किया गया है. लालजी वर्मा छत्तीसगढ़ के कोआर्डिनेटर, अशोक सिद्धार्थ को दक्षिण भारत के तीन राज्यों का कोआर्डिनेटर नियुक्त किया गया है.
मायावती ने अपनी पार्टी के संविधान में कुछ जरूरी फैसले लिए जाने की जानकारी देते हुए बताया, ‘मुझे खुद को भी मिलाकर और मेरे बाद अब आगे भी बीएसपी का जो भी ‘राष्ट्रीय अध्यक्ष’ बनाया जाएगा तो फिर उसके जीते-जी और ना रहने के बाद भी उसके परिवार के किसी भी नजदीकी सदस्य को पार्टी संगठन में किसी पद पर नहीं रखा जाएगा. उनके परिवार के सदस्य बिना किसी पद पर बने रहकर और एक साधारण कार्यकर्ता के तौर पर ही निःस्वार्थ भावना के साथ पार्टी में कार्य कर सकते है.'
मायावती ने आगे कहा, ‘अभी मैं अगले लगभग 20-22 साल तक खुद ही आगे रहकर पार्टी को आगे बढ़ाती रहूंगी. ऐसे में अगले लगभग 20-22 साल तक पार्टी में किसी को भी पार्टी का मुखिया बनने का सपना नहीं देखना चाहिए और न ही किसी को अभी मेरा उत्तराधिकारी बनने का भी सपना देखना चाहिए.'
उन्होंने कहा कि 'इसके अलावा उनके परिवार के किसी भी नजदीकी सदस्य को ना कोई चुनाव लड़ाया जाएगा और ना ही उसे कोई राज्यसभा सांसद, एमएलसी और मंत्री बनाया जाएगा. ना ही उसे अन्य किसी भी राजनीतिक उच्च पद पर रखा जाएगा. पार्टी में राष्ट्रीय अध्यक्ष के पद को छोड़कर बाकी अन्य सभी पदाधिकारियों के परिवार के लोगों पर 'विशेष परिस्थितियों में' यह सब शर्तें लागू नहीं होगी.'