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मणिपुर चुनाव 2017: बीजेपी ने ठोका दावा, कांग्रेस बोली 'लोकतंत्र की हत्या'

60 सदस्यीय विधानसभा में बीजेपी को 21 सीटों मिली हैं जबकि कांग्रेस के पास 28 सीटें हैं.

FP Staff

मणिपुर की राज्यपाल नजमा हेपतुल्ला ने कांग्रेस के मुख्यमंत्री ओकराम इबोबी सिंह से इस्तीफा देने के लिए कहा है ताकि राज्य में अगली सरकार बनने की प्रक्रिया शुरू हो सके. यह खबर राजभवन के सूत्रों के हवाले से पीटीआई ने दी है. साथ ही मणिपुर राजभवन ने फिलहाल किसी भी पार्टी को सरकार बनाने के लिए बुलाने की खबरों से इनकार किया है.

इससे पहले बीजेपी और कांग्रेस दोनों ने सरकार बनाने का दावा ठोका. बीजेपी के अगली सरकार बनाने की संभावना बढ़ गई जब नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) और एलजेपी ने औपचारिक तौर पर उसे समर्थन देने की घोषणा की.


दोनों पार्टियां केंद्र में एनडीए के घटक दल हैं. दोनों पार्टियों ने एक-एक सीट पर जीत हासिल की है. इससे बीजेपी को 26 विधायकों का समर्थन हासिल हो जाएगा जो सरकार बनाने के 31 के जादुई आंकड़े से पांच कम है. बीजेपी ने नगा पीपुल्स फ्रंट के समर्थन का भी दावा किया है जिसके पास चार सीटें हैं.

बाद में कांग्रेस के एक विधायक और तृणमूल कांग्रेस के एकमात्र विधायक भी बीजेपी के समर्थन में आ गए. इस तरह पार्टी ने 32 सीटों का आंकड़ा हासिल कर लिया है.

उधर, कांग्रेस ने बीजेपी पर 'लोकतंत्र की हत्या' का आरोप लगाया है. कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा, ‘संविधान और नियमों के मुताबिक सबसे बड़ी पार्टी को हमेशा ही सरकार बनाने का न्योता दिया जाता है, मोदी सरकार अपनी कठपुतली की तरह काम कर रहे राज्यपालों के जरिए कानून व लोकतंत्र का गला घोंट रही है.’

उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा अब सीआईएसएफ और हवाईअड्डा अधिकारियों का इस्तेमाल निर्दलीय विधायक अशाबउ्दीन को अगवा करने और बंधक बनाने में कर रही है. उन्होंने कहा कि यह विधायक निवर्तमान मंत्री अब्दुल नासिर के साथ सफर कर रहे थे.

भाजपा 60 सदस्यीय विधानसभा में 21 सीटों के साथ दूसरी सबसे बड़ी पार्टी है. कांग्रेस के पास 28 सीटें हैं.