अपडेट- विपक्षी दलों के कई बड़े नेताओं ने सीएम ममता से फोन पर बात की और एकजुटता दिखाई. इनमें राहुल गांधी, मायावती, अखिलेश यादव, अरविंद केजरीवाल, तेजस्वी यादव, उमर अबदुल्लाह, चंद्रबाबू नायडू और शरद पवार शामिल रहे.
अपडेट- टीएमसी कार्यकर्ताओं ने पीएम मोदी के पुतले जलाए.
अपडेट- CBI ने पश्चिम बंगाल के राज्यपाल केशरी नाथ त्रिपाठी से इस मुद्दे पर चर्चा करने के लिए समय मांगा है.
अपडेट- आरजेडी नेता लालू प्रसाद यादव ने भी पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के धरने का समर्थन किया है. उन्होंने कहा, 'देश की आम आवाम बीजेपी और उसकी गठबंधन सहयोगी पक्षपाती CBI के ख़िलाफ़ है. हम ममता जी के साथ खड़े है. तानाशाही का नंगा नाच हो रहा है. लोकतंत्र पर सबसे बड़ा ख़तरा. संविधान और संवैधानिक संस्थाओं पर अभूतपूर्व संकट. चुनावी जीत के लिए देश को गृह युद्ध में झोंकने की कोशिश..'
अपडेट- बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं का एक प्रतिनिधिमंडल सोमवार को मुख्य चुनाव आयुक्त से मिलेगा. बीजेपी पश्चिम बंगाल सरकार की वरिष्ठ बीजेपी नेताओं की रैलियों को रोकने की शिकायत करेगी.
अपडेट- प्रवीण त्रिपाठी, ज्वाइंट कमिश्नर क्राइम, कोलकाता पुलिस ने कहा, 'सीबीआई अधिकारियों की एक टीम बिना किसी कागजात के आई थी, जिसे उन्होंने 'गुप्त' बताया था. जब उनसे पूछा गया कि ऑपरेशन किस बारे में है, तो वे संतोषजनक प्रतिक्रिया नहीं दे सके.'
अपडेट- कोलकाता में कल यानी सोमवार को बीजेपी एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करेगी. इसमें केंद्रीय मंत्री शामिल हो सकते हैं.
अपडेट- सीबीआई के अंतरिम चीफ एम नागेश्वर राव ने कहा, उनके (राजीव कुमार) खिलाफ सबूत हैं, इन सबूतों को नष्ट करने और न्याय में बाधा डालने में उनका महत्वपूर्ण योगदान है. सीबीआई के अंतरिम निदेशक ने कहा, 'हम सुप्रीम कोर्ट के निर्देशानुसार इस चिट फंड मामले की जांच कर रहे हैं. वर्तमान में कोलकाता के पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार की अध्यक्षता में सुप्रीम कोर्ट के निर्देश से पहले पश्चिम बंगाल सरकार द्वारा एक SIT का गठन किया गया था.
राव ने कहा, 'उन्होंने (राजीव कुमार) सभी सबूतों को जब्त कर लिया है, सभी दस्तावेजों को जब्त कर लिया है. वे सभी दस्तावेजों को सौंपने में हमारा सहयोग नहीं कर रहे हैं और बहुत सारे सबूत नष्ट हो गए हैं या गायब हो गए हैं.'
अपडेट- दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा, 'ममता दीदी से बात की और समन्वय व्यक्त किया. मोदी-शाह की जोड़ी पूरी तरह से विचित्र और लोकतंत्र विरोधी है.
अपडेट- पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी मेट्रो चैनल, कोलकाता में 'संविधान बचाओ' धरना पर बैठीं हैं. कोलकाता के पुलिस आयुक्त राजीव कुमार भी उनके साथ मौजूद हैं.
अपडेट- पश्चिम बंगाल स्थित सीबीआई कार्यालय के बाहर से कोलकाता पुलिस हट चुकी है. वहां अब सीआरपीएफ के जवान पहूंच चुके हैं.
अपडेट- उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने भी ममता बनर्जी के धरने को समर्थन दिया है. उन्होंने ट्वीट कर कहा, 'बीजेपी सरकार की उत्पीड़नकारी नीतियों और CBI के खुलेआम राजनीतिक दुरुपयोग के कारण जिस तरह देश, संविधान और जनता की आज़ादी ख़तरे में है, उसके ख़िलाफ़ ममता बनर्जी जी के धरने का हम पूर्ण समर्थन करते हैं. आज देश भर का विपक्ष और जनता अगले चुनाव में बीजेपी को हराने के लिए एकजुट है.'
अपडेट- ममता बनर्जी के धरने पर बैठने के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने उनका समर्थन किया है. उन्होंने कहा, 'मोदी जी ने लोकतंत्र और संघीय ढांचे का मखौल बना दिया है. कुछ साल पहले, मोदी जी ने अर्धसैनिक बलों को भेजकर दिल्ली सरकार की भ्रष्टाचार विरोधी शाखा पर कब्जा कर लिया था. यह मोदी-शाह की जोड़ी भारत और उसके लोकतंत्र के लिए खतरा है. हम इस कार्रवाई की कड़ी निंदा करते हैं.'
अपडेट- पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भारत के संघीय ढांचे को बचाने के लिए धरने पर बैठ चुकी हैं. कल यानी सोमवार को पश्चिम बंगाल की विधानसभा में उन्हें बजट भाषण देना था. अब वह धरना स्थल से ही विधानसभा को फोन के जरिए संबोधित करेंगी.
अपडेट- कोलाकाता पुलिस ने सीबीआई के जिन अधिकारियों को हिरासत में लिया था उन्हें छोड़ दिया गया है. साथ ही सीबीआई के दफ्तर के बाहर मौजूद पुलिसकर्मियों को भी हटा लिया गया है.
अपडेट - टीएमसी के नेता डेरेक ओ ब्रायन ने कहा कि अमित शाह और नरेंद्र मोदी टीएमसी से लड़ नहीं सकते. बीजेपी जानती है कि टीएमसी ने नारा दिया है -2019-BJP Finish.
ब्रायन ने यह भी कहा कि बिना सर्च वारंट 40 अधिकारयों की टीम पुलिस कमिश्नर के घर पहुंच गई. असली अपराधी नरेंद्र मोदी, अमित शाह और अजीत डोवाल हैं. मैं अपने सूत्रों के हवाले से यह बात पूरी जिम्मेदारी से कह रहा हूं.
अपडेट: ममता बनर्जी की प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद कोलकाता के पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार भी सामने आए. हालांकि उन्होंने मीडिया से बातचीत नहीं की.
अपडेट: ममता बनर्जी ने बताया कि यह कार्रवाई बदले की भावना से की गई है. सीबीआई बिना वारंट के पुलिश कमिश्नर के दफ्तर पहुंची थी. उन्होंने कहा कि वह कल से धरने पर बैठेंगी.
अपडेट: ममता बनर्जी ने कहा मैं इस घटना से दुखी हूं. देश में अपातकाल है. और मैं संविधान बचाने के लिए हड़ताल पर बैठूंगी. उन्होंने कहा कि बंगाल में कल बजट पेश होना है लेकिन मैं इस कार्यवाही के चलते मेट्रो सिनेमा के बाहर धरने पर बैठूंगी.
अपडेट: ममता बनर्जी ने इसे भारतीय संघीय ढांचे पर हमला बताया और तमाम विपक्षी दलों से एक हो कर मोदी हटाओ देश बचाओ की मुहीम चलाने की अपील की.
अपडेट: चिटफंड मामले में हमने जांच की, गिरफ्तारी भी की, इसके बाद भी सीबीआई की इतनी हिम्मत कैसे हुई कि कोलकाता के कमिश्नर के घर बिना वारंट के पहुंच गई- ममता बनर्जी
अपडेट: ममता बनर्जी ने कहा कि एनएसए अजीत डोभाल के इशारे पर हो रहा है ये सब. उन्होंने राजीव कुमार को बताया दुनिया में सबसे अधिकारियों में से एक.
अपडेट: ममता बनर्जी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के बंगाल दौरे के बाद हो रही हैं ये कार्यवाही. बनर्जी ने कहा कि उनके घर पर काम करने वालों से भी हो रही है पूछताछ.
अपडेट- टीएमसी प्रमुख और ममता बनर्जी ने इस विवाद को पीएम मोदी की साजिश बताया. कहा उनके घर पर भी सीबीआई भेजी गई.
कोलकाता पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार के निवास पर रविवार 3 फरवरी की शाम हाई जबरदस्त ड्रामा हुआ. एक तरफ कोलकाता पुलिस की टीम तो दूसरी तरफ CBI की टीम. राजीव कुमार के निवास के बाहर दोनों तरफ के अधिकारियों के बीच हाथापाई शुरू हो गई.
शुरुआती रिपोर्ट के मुताबिक, रोज वैली और शारदा पोंजी स्कीम में जांच कर रही सीबीआई की एक टीम रविवार शाम राजीव कुमार के निवास पहुंचे थे. हालांकि उन्हें घर के बाहर ही रोक दिया गया. इसके बाद सीबीआई के 5 अधिकारियों को जबरन पुलिस स्टेशन ले जाया गया.
सीबीआई के करीब 40 अधिकारी राजीव कुमार के निवास पर पहुंचे थे. जांच एजेंसी का दावा है कि कोलकात के पुलिस कमिश्नर फरार हैं. कोलकात पुलिस के सपोर्ट में राज्य की सीएम ममता बनर्जी भी राजीव कुमार के निवास पर पहुंचीं.
कितने का है घोटाला?
रोज वैली स्कैम 15,000 करोड़ रुपए और शारदा चिट फंड में 2500 करोड़ रुपए का घोटाला हुआ है.
तृणमूल कांग्रेस के सीनियर नेता डेरक ओ ब्रायन ने ट्वीट करके BJP से पूछा है कि क्या पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार के घर CBI के 40 अधिकारियों को भेजकर BJP तख्तापलट करने की तैयारी में थी.
इससे पहले रविवार सुबह सीएम ममता बनर्जी ने राजीव कुमार को देश का सबसे बेस्ट पुलिस ऑफिसर बताया था.
क्या था पूरा मामला?
रोज वैली और शारदा चिटफंड मामले में फरार पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार के निवास पर सीबीआई के 40 अधिकारियों की एक टीम पहुंची थी.
सीबीआई टीम के पहुंचने की खबर मिलते ही कोलकाता पुलिस मौके पर पहुंच गई. सीबीआई टीम को फिलहाल अब पुलिस स्टेशन ले जाया गया है.
सीबीआई ने शनिवार को बताया कि राजीव कुमार फरार हैं और सीबीआई उनकी तलाश कर रही है. सीबीआई सूत्रों के मुताबिक उनकी गिरफ्तारी भी तय हो चुकी है.
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, सीबीआई सूत्रों ने कहा, चिटफंड मामले में राजीव कुमार शक के घेरे में हैं. सूत्रों ने कहा, पूछताछ के लिए उन्होंने कुमार को दो बार समन भी भेजा, लेकिन वो जांच में सहयोग नहीं कर रहे हैं.
रिपोर्ट के मुताबिक कोलकाता में पिछले कुछ दिनों से कुमार चुनाव आयोग की मीटिंग में भी शामिल नहीं हो रहे, जिसकी वजह से सीईसी (CEC) ने राज्य सरकार से जवाब मांगा है. हालांकि इस मामले में कोलकाता पुलिस के सीनियर अधिकारियों का कहना है कि कुमार फरार नहीं हैं.
ममता बनर्जी ने मांगी EC से माफी
वहीं मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बाद में संवाददातों के जरिए ईसी से माफी मांगते हुए कहा था कि कुमार फिलहाल छुट्टी पर हैं. ममता बनर्जी ने कहा, ये बहुत ही छोटी बात है. कुमार इस वक्त छुट्टी पर हैं. लेकिन फिर भी चुनाव आयोग ने पूछा है तो हम माफी मांगते हैं. इसके अलावा ममता बनर्जी ने ये भी कहा था कि ईसी ने हमसे कहा था कि वो सभी पुलिस अधिकारी जो अपनी पोस्ट पर 3 साल से ज्यादा समय से हैं या अपनी होम डिस्ट्रिक्ट में हैं तो उनका ट्रांसफर होना चाहिए. बनर्जी ने बताया कि इस मामले में 15 से 20 फरवरी तक काम पूरा हो जाएगा.
CBI ने भेजी थी डीजीपी को चिट्ठी
इससे पहले सीबीआई ने पश्चिम बंगाल के डीजीपी को चिट्ठी भेजी थी, जिसमें उन्होंने लिखा था कि सीबीआई 4 पुलिस अधिकारियों से पूछताछ करना चाहती है. इन चार लोगों में राजीव कुमार, रेलवे के इंस्पेक्टर जनरल तमल बासु, कोलकाता पुलिस के एडिशनल कमिश्नर विनीत कुमार गोयल और रिटायर्ड आईपीएस ऑफिसर पल्लब कांति घोष भी शामिल हैं.
क्यों पूछताछ करना चाहती है CBI ?
दरअसल ये सभी लोग चिटफंड घोटालों की जांच करने वाली पश्चिम बंगाल पुलिस की SIT टीम का हिस्सा थे. इस टीम का नेतृत्व 2013 में राजीव कुमार ने किया था. रिपोर्ट के मुताबिक सीबीआई सूत्रों का कहना है कि एसआईटी जांच के दौरान कुछ खास लोगों को बचाने के लिए घोटालों से जुड़े कुछ अहम सबूतों के साथ या तो छेड़छाड़ हुई थी या फिर उन्हें गायब कर दिया गया था. इसी सिलसिले में सीबीआई कुमार से पूछताछ करने चाहती है. राजीव कुमार पश्चिम बंगाल काडर के 1989 बैच के आईपीएस ऑफिसर हैं.
रोज वैली और शारदा चिटफंड मामले में सीबीआई ने अबतक 80 चार्जशीट फाइल की हैं जबकि एक हजार करोड़ से ज्यादा रुपए रिकवर कर लिए गए हैं.