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मैं उम्मीदवार: मानिकपुर से कांग्रेस प्रत्याशी संपत पाल की बात

पहले के विधायकों ने मूलभूत जरूरतों पर भी काम नहीं किया

Sampat Pal

हमारे बुंदेलखंड में अभी तक जीतते रहे विधायकों ने सिर्फ अपने लिए पैसा बनाया है. अगर ऐसा नहीं होता तो शायद कुछ तो विकास हुआ होता. लेकिन ऐसा नहीं हुआ. मेरे मानिकपुर विधानसभा क्षेत्र में सड़कों की दुर्गति है. किसी भी विधायक के लिए ये पहला मुद्दा होना चाहिए लेकिन पता नहीं क्यों आज तक विधायकों ने इसे कोई मुद्दा ही नहीं माना.

इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि उनकी अपने इलाके के विकास में क्या दिलचस्पी रही होगी? स्थिति ये है कि अगर कोई बीमार हो जाए तो उसे अस्पताल पहुंचाना मुश्किल हो जाता है. लगभग हर कुछ दिनों के अंतराल पर आप ऐसी खबरें सुन सकते हैं कि फलां आदमी अस्पताल सही समय पर नहीं पहुंच पाने की वजह से नहीं बच सका. इसलिए ये पहला मुद्दा होगा जिस पर मैं काम करना शुरू करूंगी.


नामांकन करने के दौरान जुलूस के साथ संपत पाल की तस्वीर

एक और मुद्दा है जो हमारे यहां चुनावी मुद्दा नहीं बनता लेकिन ये एक बड़ी परेशानी है. ये सिर्फ विधानसभा की बात नहीं बल्कि पूरे जिले में आवारा पशु फसल खा जाते हैं. एक तो ये पाठा क्षेत्र है. फसल कम होती है. यहां पर सूखे की समस्या को लेकर हर साल ही मीडिया में सैकड़ों रिपोर्ट्स छपती हैं. इससे किसानों की बड़ी समस्या है.

हो सकता है कि पलही नजर में ऐसा लगे कि ये कोई समस्या नहीं है लेकिन ऐसी जगह पर जहां बहुत मश्किल से कोई किसान कुछ उपजा पाता है, वहां पर अगर पशु उसकी फसल खा जाएं तो उनके दुख का अंदाजा लगाया जा सकता है. इसलिए इस समस्या की तरफ भी मेरा ध्यान प्राथमिकता में होगा.

संपत पाल की फेसबुक वॉल से

इसके बाद एक और बात है जो मेरी प्राथमिकता में होगी है. किसानों के लिए सरकारी ट्यूबवेल की व्यवस्था करवाने की. दरअसल मुश्किल ये है कि यहां ज्यादातर सरकारी काम कमीशन पर ही काम करवाए जाते हैं. मैं अगर विधायक बनती हूं तो कोशिश करूंगी कि कम से कम अपने विधानसभा क्षेत्र में कमीशनखोरी कम करूं.

एक बात और. मेरे गुलाबी गैंग के बारे में सभी लोग जानते हैं. मेरे पास इलाके के सभी हिस्सों में गैंग से जुड़ी महिलाएं हैं. मैं उनका इस्तेमाल भी क्षेत्र समस्याएं जानने और उससे निपटने के लिए करूंगी.

(लेखिका  कांग्रेस पार्टी की उम्मीदवार हैं. ये लेखिका के निजी विचार हैं.  आलेख में दी गई जानकारी और व्यक्त किये विचारों के प्रति फ़र्स्टपोस्ट उत्तरदायी नहीं है. आलेख को ज्यों का त्यों प्रकाशित किया गया है.फर्स्टपोस्ट का लेखक के विचारों से कोई लेना-देना नहीं है.)