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मध्य प्रदेश: इस वजह से RSS नहीं चाहता शिवराज बनें विपक्ष के नेता

आरएसएस और मध्य प्रदेश बीजेपी की टॉप लीडरशिप नरोत्तम मिश्रा या गोपाल भार्गव को इस पद के लिए उपयुक्त मान रहे हैं

FP Staff

मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में बीजेपी की हार के बाद अब सबकी निगाहें इस बात पर हैं कि नेता विपक्ष कौन बनेगा. बीजेपी के नेता, जिनमें पूर्व मंत्री गौरीशंकर बिसेन भी शामिल हैं उन्होंने इसके लिए फौरन शिवराज सिंह चौहान का नाम आगे बढ़ा दिया. वहीं आरएसएस और मध्य प्रदेश बीजेपी की टॉप लीडरशिप नरोत्तम मिश्रा या गोपाल भार्गव को इस पद के लिए उपयुक्त मान रहे हैं.

टाइम्स ऑफ इंडिया में छपी खबर के अनुसार आरएसएस सूत्रों के बताया कि बीजेपी के चुनाव में खराब प्रदर्शन के पीछे वजह उसके नेताओं के कार्यकर्ताओं से दूरी बनने से हुई है. इस वजह से जमीनी स्तर के कार्यकर्ताओं ने चुनाव में पूरे मन से हिस्सा नहीं ली और पार्टी की हार हुई.


यह भी देखा गया कि किसी ब्राह्मण को विपक्ष का नेता (एलओपी) बनाने से ऊंची जातियों का गुस्सा शांत होगा. उनकी नाराजगी की वजह से विधानसभा चुनाव में बीजेपी का खेल खराब हो गया.

सूत्रों ने बताया कि संघ परिवार अब लोकसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर फोकस कर रहा है. राज्य की सभी सीटों पर जीत हासिल करने के लिए संघ चाहता है कि बीजेपी के राज्य स्तर के नेता अधिक सक्रिय हों. संघ ने संसदीय क्षेत्रों से मौजूदा सांसदों के कामकाज का फीडबैक भी जुटाया है. उन्होंने कहा कि ऐसी स्थिति में शिवराज सिंह चौहान का रोल विपक्ष के नेता की तुलना में काफी अहम हो जाता है.