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कमलनाथ सरकार को BSP विधायक की धमकी, मंत्रीपद नहीं दिया तो होगा कर्नाटक जैसा हाल

पथरिया क्षेत्र से बहुजन समाज पार्टी की विधायक रमाबाई अहिरवार ने कहा कि कांग्रेस अगर उन्हें मंत्री नहीं बनाती है तो राज्य में भी कर्नाटक जैसा संकट खड़ा हो सकता है

FP Staff

कर्नाटक के बाद कांग्रेस शासित एक और राज्य मध्य प्रदेश पर सियासी संकट के बादल घिरने के आसार दिख रहे हैं. मध्य प्रदेश में कमलनाथ के नेतृत्व में कांग्रेस की सरकार बने एक महीने से थोड़ा ही ज्यादा समय हुआ है. लेकिन सरकार में सहयोगी उसे अभी से आंख दिखाने लगे हैं.

बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) की विधायक रमाबाई अहिरवार ने चुनाव जीतकर आए दोनों विधायकों को कमलनाथ सरकार में मंत्री बनाने की मांग की. उन्होंने कांग्रेस को याद दिलाया कि उसकी सरकार मायावती के सहयोग से बनी है.


पथरिया क्षेत्र की विधायक ने मंत्री नहीं बनाने पर कांग्रेस को यहां कर्नाटक संकट जैसे हालात बनने की धमकी दे डाली.

उन्होंने कहा कि अगर वो (कमलनाथ) हमें मंत्री नहीं बनाते तो मैं ही नहीं अन्य भी इसका विरोध करेंगे. उन्हें सबको (सहयोगियों) खुश रखना होगा. अगर वो चाहते हैं कि गठबंधन मजबूत रहे तो सबसे पहले उन्हें हमें मजबूत करना होगा. उन्हें हमें मंत्री बनाना चाहिए.

संजीव कुशवाहा को कैबिनेट मंत्री और खुद के लिए मांगा राज्य मंत्री का दर्जा

यह पहली बार नहीं है जब बीएसपी विधायक रमाबाई अहिरवार ने कमलनाथ सरकार के लिए संकट खड़ा किया है. बीते 7 जनवरी को उन्होंने पार्टी विधायक संजीव कुशवाहा के लिए कैबिनेट मंत्री की जगह और खुद को राज्य मंत्री बनाने की मांग की थी.

बता दें कि नवंबर 2018 में हुए मध्य प्रदेश विधानसभा के नतीजों में कांग्रेस 114 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी. वहीं बीजेपी के खाते में 109 सीटें आई थी. तब बहुमत से दूर कांग्रेस को बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) के 2, समाजवादी पार्टी के 1 और 4 निर्दलीय विधायकों ने सरकार बनाने के लिए अपना समर्थन दिया था.

बीएसपी सुप्रीम मायावती ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कांग्रेस को मध्य प्रदेश और राजस्थान में बिना शर्त समर्थन देने का ऐलान किया था.

इसके बाद कांग्रेस के पास गठबंधन के तहत कुल 121 विधायकों का समर्थन हासिल हुआ था और उसने 15 वर्षों बाद उसने राज्य में अपनी सरकार बनाई थी.