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मध्य प्रदेश चुनाव 2018: सट्टा बाजार में कांग्रेस सरकार बनाने की रेस में आगे, BJP पिछड़ी

सट्टा बाजार कांग्रेस को 116 से ज्यादा सीटें दे रहे हैं जबकि वो सत्ताधारी बीजेपी को महज 102 या उससे ज्यादा सीटें देकर बेट लगा रहे हैं

FP Staff

देश के 5 राज्यों- मध्य प्रदेश, राजस्थान, तेलंगाना, छत्तीसगढ़ और मिजोरम में इस वक्त चुनावी बयार बह रही है. चुनावी मौसम में हर कोई जीत-हार को लेकर अपने-अपने अनुमान लगा रहा है. जो बीजेपी समर्थक हैं वो कमल खिलने को लेकर आशान्वित हैं और जो कांग्रेस के लिए सॉफ्ट कॉर्नर रखते हैं वो पंजे के जीत की संभावना देखते हैं.

चुनावी दृष्टि से अन्य की तुलना में मध्य प्रदेश काफी महत्वपूर्ण है. साढ़े 7 करोड़ की आबादी वाले इस राज्य में बीजेपी 2003 से सत्ता पर काबिज है. शिवराज सिंह यहां बीते 13 साल से सत्ता के सिंहासन पर विराजमान हैं.


टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक भोपाल का सट्टा बाजार 4 हफ्ते पहले तक बीजेपी के सत्ता में लौटने की प्रबल संभावना बता रहा था. मगर अब वो कांग्रेस के पक्ष में हवा का रूख होने की बात कह रहा है. सटोरियों के मुताबिक, एक महीने पहले तक यदि कोई व्यक्ति बीजेपी पर 10 हजार रुपए लगाता तो पार्टी के सत्ता में लौटने पर उसे 11 हजार रुपए मिलते. और इस दौरान कांग्रेस पर लगाए गए 4400 रुपए नतीजों में उसकी जीत होने पर 10 हजार रुपए होकर लौटते.

मगर इस हफ्ते, सटोरियों ने बताया कि वो अब कौन सी पार्टी कितनी सीटें जीतेगी इसपर सट्टा लगा रहे हैं न कि किस पार्टी की राज्य में सरकार बनेगी. एक सटोरिए ने बताया कि यदि नतीजों में किसी को पूर्ण बहुमत नहीं मिलता या सरकार बनाने के लिए कुछ नंबर कम रह जाते हैं तो किसे कितनी सीटें मिलेंगी इसपर सट्टा खेला जा रहा है. उसने कहा कि हम अपनी तरफ से नहीं कहना चाहते किस पार्टी की सरकार बनेगी. सट्टा बाजार खुला हुआ है. उसने कहा कि कड़े चुनावी मुकाबले को देखते हुए इस बार सट्टा कारोबार अच्छा चल रहा है.

प्रतीकात्मक

सट्टा बाजार दे रहा कांग्रेस को 116 सीटें, बीजेपी को 102 सीटें

सटोरियों ने टाइम्स ऑफ इंडिया से कहा, सट्टा बाजार के ट्रेंड (रूझान) जमीनी हकीकत की असली तस्वीर बयां नहीं करते. मगर सट्टा बाजार कांग्रेस को 116 से ज्यादा सीटें दे रहा है. और सत्ताधारी बीजेपी को 102 या उससे ज्यादा सीटों की भविष्यवाणी कर रहा है. एक बुकी ने कहा, जो कोई भी कांग्रेस और बीजेपी पर सट्टा लगाता है, जीत जाने पर उसका लगा पैसा दोगुना हो जाएगा. उसने बताया कि बीजेपी के लिए इस बार राह कठिन है. एंटी इंकंबेंसी फैक्टर के कारण पार्टी को नुकसान होता नजर आ रहा है.

सटोरियों के मुताबिक 230 विधानसभा सीटों वाले मध्य प्रदेश में कांग्रेस अंतिम समय में थोड़ी और चुनावी कसरत कर ले तो वो बीजेपी को सत्ता से बेदखल कर सकता है.

हर बार चुनाव में सट्टा बाजार में राजनीतिक पार्टियों की जीत-हार पर करोड़ों रुपए का सट्टा लगाता है. सट्टा का यह काला कारोबार न सिर्फ फोन पर बल्कि वेबसाइट्स और ऐप के माध्यम से भी फलता-फूलता है. ऐसे में पुलिस के लिए सट्टा बाजार और सटोरियों पर काबू कर पाना काफी मुश्किल हो जाता है. यही वजह है कि मध्य प्रदेश में अभी तक एक भी सटोरिया या सट्टा कारोबार में शामिल गैंग पकड़ में नहीं आ सका है.

भोपाल में हर दिन सट्टा कारोबार के खिलाफ कम से कम 2 केस दर्ज किए जाते हैं, मगर चुनावों के मौसम में इस काले कारोबार में शामिल लोगों का पकड़ा जाना बाकी है.