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एमपी चुनाव 2018: शिवराज सरकार को संकट से उबारने वाले गुणवंत पाटीदार ने छोड़ी BJP

बीजेपी से अलग होने के बाद पाटीदार ने आरोप लगाया कि शिवराज सरकार के इशारे पर पुलिस उन्हें परेशान कर रही है

FP Staff

पिछले साल मंदसौर में भड़के किसान आंदोलन के दौरान शिवराज सिंह चौहान सरकार को संकट से उबारने वाले गुणवंत पाटीदार ने विधानसभा चुनाव से ऐन पहले बीजेपी छोड़ दी है. पार्टी से अलग होने के बाद पाटीदार ने आरोप लगाया कि सरकार के इशारे पर पुलिस उन्हें परेशान कर रही है.

न्यूज़18 से बातचीत में गुणवंत पाटीदार ने 3 दिन पहले बीजेपी छोड़ने की पुष्टि की. उन्होंने कहा कि बीजेपी किसानों की समस्या सुलझाने में नाकाम रही है.


पाटीदार ने सोमवार को जिला आयुक्त (डीसी) और पुलिस अधीक्षक (एसपी) को लिखित शिकायत सौंपकर कहा कि उन्हें नारायणगढ़ के एसएचओ ने 21 और 22 अक्टूबर की दरम्यानी रात फोन कर गाली-गलौच की और धमकियां दी.

उन्होंने कहा कि यदि प्रशासन मेरी शिकायत पर कार्रवाई नहीं करता है तो मैं इसे लेकर कोर्ट जाऊंगा.

मंदसौर के कलेक्टर ओपी श्रीवास्तव ने कहा कि इस मामले में एन्क्वॉयरी की जाएगी. उन्होंने कहा, 'गुणवंत पाटीदार ने लिखित में शिकायत दी है. उन्होंने घटना का फोन रिकॉर्ड भी सौंपा है. उन्होंने चुनाव आयोग को भी इसकी ऑनलाइन शिकायत भेजी है. इस मामले में जांच कराई जाएगी.'

पाटीदार ने निर्दोष किसानों पर गोली चलाकर उन्हें मारने वाले पुलिसकर्मियों को क्लीनचिट देने पर भी नाखुशी जताई.

नौजवान किसान सभा से जुड़े गुणवंत पाटीदार ने कांग्रेस जॉइन करने की बात से फिलहाल इनकार किया है. उन्होंने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर आरोप लगाया कि वो किसानों से वादाखिलाफी कर रही है जो उन्होंने 2014 के लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान किया था.

उन्होंने कहा कि यदि कांग्रेस या कोई अन्य पार्टी किसानों के लिए पक्का वादा करती है तो वो उसे आने वाले चुनावों में समर्थन देने पर विचार कर सकते हैं.