view all

मध्य प्रदेश: कांग्रेस ने नतीजे पता करने के लिए 3,000 फोन कॉल की

बीजेपी से कांग्रेस को 4 सीटें ज्यादा मिली थीं, यह बहुमत से दो सीट दूर है. मायावती के समर्थन के साथ कांग्रेस राज्य में सरकार बनाने में कामयाब हो जाएगी

Bhasha

मध्य प्रदेश में कांग्रेस को सबसे ज्यादा सीटें तो मिल गई हैं. पार्टी एमपी में सरकार बनाने भी जा रही है. एनडीटीवी के मुताबिक, नतीजे जब घोषित हो रहे थे तो कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने करीब 3000 फोन कॉल्स की थी. जो सिर्फ यह पता लगाने के लिए थी कि मध्य प्रदेश में कांग्रेस कहीं बीजेपी से पीछे तो नहीं हो रही.

बीजेपी से कांग्रेस को 4 सीटें ज्यादा मिली थीं, यह बहुमत से दो सीट दूर है. मायावती के समर्थन के साथ कांग्रेस राज्य में सरकार बनाने में कामयाब हो जाएगी.


फोन लाइन्स पर 30 वकीलों के नेतृत्व में कार्यकर्ता मौजूद थे. पार्टी नेता और अन्य लोगों ने एनडीटीवी को बताया कि गिनती के दौरान पार्टी की तरफ से 7 घंटे में 3,000 फोन कॉल्स चुनाव आयोग के अधिकारियों, एजेंट को की गई थी. इसके अलावा कांग्रेस की टीम ने दिल्ली में चुनाव आयुक्त के ऑफिस के बाहर भी डेरा डाल लिया था.

हालांकि इस चुनाव में कांग्रेस बहुमत से दूर रह गई, लेकिन नतीजे घोषित होने का साथ ही मायावती ने राजस्थान और मध्य प्रदेश में कांग्रेस को समर्थन देने की घोषणा कर दी थी. मायावती ने कहा है कि बीजेपी अपनी गलत नीतियों की वजह से हारी. इस समर्थन के बाद कांग्रेस आसानी से एमपी में सरकार बना लेगी.

राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री पद की दावेदारी को लेकर चल रही खींचतान के बीच पार्टी की शीर्ष नेता सोनिया गांधी और अध्यक्ष राहुल गांधी ने गुरुवार को बैठक की.

माना जा रहा है कि राहुल गांधी के आवास 12 तुगलक लेन पर हुई बैठक में सोनिया और राहुल ने तीनों राज्यों के अगले मुख्यमंत्रियों के चयन को लेकर चर्चा की.

सूत्रों का कहना है कि इस बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष की बहन प्रियंका गांधी भी मौजूद थीं. बाद में गांधी ने राजस्थान में मुख्यमंत्री पद की दौड़ में शामिल अशोक गहलोत औेर सचिन पायलट से अलग अलग मुलाकात की.

मुख्यमंत्रियों के चयन के सवाल पर कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ‘आप जल्द ही मुख्यमंत्रियों को देखेंगे. हम विधायकों, पार्टी कार्यकर्ताओं और अन्य की राय ले रहे हैं.’

मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री पद के लिए कमलनाथ को प्रबल दावेदार माना जा रहा है, जबकि राजस्थान में अशोक गहलोत मुख्यमंत्री पद की दौड़ में आगे माने जा रहे हैं. हालांकि प्रदेश कांग्रेस समिति के प्रमुख सचिन पायलट भी दौड़ में शामिल माने जा रहे हैं. मध्य प्रदेश में कमलनाथ के साथ ज्योतिरादित्य सिंधिया भी दौड़ में शामिल हैं.