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अखिलेश यादव की बैठक में शामिल हुए सिर्फ 40 विधायक

जसवंत नगर सीट से विधायक और अखिलेश यादव के चाचा शिवपाल सिंह यादव भी इस बैठक में नहीं शामिल हुए

FP Staff

राज्यसभा के लिए 23 मार्च को होने वाले चुनाव से पहले समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बुधवार को लखनऊ में विधायकों संग बैठक की. इस बैठक में एसपी के 47 विधायक में से सिर्फ 40 विधायक ही मौजूद रहे. जसवंत नगर सीट से विधायक और अखिलेश यादव के चाचा शिवपाल सिंह यादव भी इस बैठक में नहीं शामिल हुए. इसके अलावा 6 और विधायक भी नहीं पहुंचे. खबर आ रही है कि शिवपाल सैफई चले गए हैं और शाम को होटल ताज में होने वाली डिनर में भी शामिल नहीं होंगे.

दरअसल समाजवादी पार्टी बीएसपी के उम्मीदवार भीमराव अम्बेडकर को राज्यसभा भेजने के लिए वोटों की गणित में लगी है. इसी क्रम में आज शाम होटल ताज में डिनर का भी आयोजन किया गया है. इस डिनर में एसपी, बीएसपी, कांग्रेस, रालोद सहित सभी निर्दलीय विधायकों को न्योता दिया गया है.


गौरीगंज विधायक राकेश प्रताप सिंह की तरफ से आयोजित इस डिनर में मुलायम सिंह यादव, शिवपाल यादव और रघुराज प्रताप सिंह उर्फ़ राजा भैया को भी निमंत्रण दिया गया है. हालांकि शिवपाल और राजा भैया के पहुंचने पर सस्पेंस बरकरार है. इस बीच कहा जा रहा है कि बाबागंज से निर्दलीय विधायक विनोद सरोज इस डिनर में शामिल होंगे. विनोद सरोज राजा भैया के करीबी माने जाते हैं.

गौरतलब है कि यूपी में राज्यसभा के लिए 10 सीटों के लिए चुनाव होना है. मौजूदा स्थिति में बीजेपी के 8 प्रत्याशियों की जीत तय है, जबकि एसपी अपने एक उम्मीदवार को राज्यसभा भेजगी. बाकी बची एक सीट पर बीजेपी के अनिल अग्रवाल और बीएसपी के भीमराव अम्बेडकर के बीच मुकाबला है.

दरअसल, राज्यसभा की एक सीट के लिए 37 वोट चाहिए. वोटों के गणित के हिसाब से एसपी के जया बच्चन के 37 वोट के बाद उसके पास 10 विधायक बचेंगे. बीएसपी के 19 और कांग्रेस के 7 विधायक मिलकर यह आंकड़ा 36 पहुंचता है, जबकि बीजेपी समर्थित अनिल अग्रवाल को जीत के लिए 9 वोट जुटाने होंगे.

वहीं, एसपी से बीजेपी में शामिल हुए सांसद नरेश अग्रवाल ने ऐलान किया है कि उनके बेटे और एसपी विधायक नितिन अग्रवाल बीजेपी को वोट करेंगे. ऐसे में बीजेपी को एक वोट का फायदा, तो बीएसपी खेमे को एक वोट का नुकसान है. इधर एसपी की नजर बीजेपी से नाराज पूर्व सांसद रमाकांत यादव के विधायक बेटे के वोट पर भी टिकी है. इसके अलावा दोनों खेमों की नजर में 3 निर्दलीय, 1 रालोद और निषाद पार्टी के 1 विधायक पर भी है.

(साभार: न्यूज़18)