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पीएम मोदी के स्टाइल में गरजे अमित शाह- दीदी, दुर्गा विसर्जन करने क्या हम पाकिस्तान जाएं?

अमित शाह ने कहा, गठबंधन के 23 लोग जो ब्रिगेड ग्राउंड पर बैठे थे उसमें से 9 प्रधानमंत्री बने बैठे थे. हमारे यहां एक ही नेता है. पूरा NDA नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में चट्टान की तरह खड़ा है

FP Staff

अमित शाह ने मालदा में चुनावी भाषण जब शुरू किया तो एकबारगी लगा वह नरेंद्र मोदी भाषण दे रहे हैं. वही बोलने का अंदाज और वही जोश. बीजेपी के अध्यक्ष ने जब भाषण शुरू किया तो ऐसा लगा मानों यह लोकसभा नहीं बल्कि किसी विधानसभा चुनाव का प्रचार था. शुरुआत उन्होंने ममता बनर्जी की सरकार पर हमले से किया.

ममत बनर्जी सरकार उखाड़ फेंकेंगे


अमित शाह ने कहा कि 2019 का चुनाव सिर्फ देश नहीं बल्कि बंगाल के लिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि इसी चुनाव में पता चलेगा कि हत्याएं कराने वाली ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस की सरकार जाएगी या रहेगी. उन्होंने ममता बनर्जी की सरकार को भ्रष्टाचार कराने वाली, घुसपैठ कराने वाली सरकार करार दिया है.

हिंदुओं के नाम पर

अमित शाह ने कहा कि ममता बनर्जी की सरकार दुर्गा विसर्जन नहीं करने देती. फिर उन्होंने रैली में आए लोगों से सवाल पूछा? क्या हम पाकिस्तान चले जाएं. उन्होंने कहा कि 2019 का चुनाव दो पार्टियों के बीच नहीं ब्लकि बंगाल की संस्कृति खत्म करने वाली टीएमसी और बंगाल की संस्कृति बचाकर रखने वाली बीजेपी के बीच है.

क्यों डर गईं दीदी?

बीजेपी अध्यक्ष ने यह भी कहा कि ममता बनर्जी की सरकार ने हमें रथ यात्रा की अनुमति नहीं दी क्योंकि ममता दीदी डर गईं. वह हमें हेलिकॉप्टर उतारने की भी अनुमति नहीं देती हैं. अगर वो हमें हेलिकॉप्टर से उतरने नहीं देंगे तो हम हेलिकॉप्टर से भाषण देंगे. रथ यात्रा नहीं निकालने देंगे तो रैली करेंगे. रैली नहीं करने देंगे तो पदयात्रा करेंगे लेकिन ममता बनर्जी की सरकार को उखाड़ फेंकेंगे.

पैसा क्यों नहीं देती ममता सरकार?

अमित शाह ने ममता बनर्जी की सरकार की योजनाओं पर भी हमला बोला. उन्होंने कहा, केंद्र सरकार ने सातवां वेतन आयोग दे दिया. लेकिन बंगाल में अभी पांचवां वेतन आयोग ही चल रहा है. आखिर क्यों. अगर आप कमल की सरकार बनाते हैं तो वादा है कि कैबिनेट के बाद सातवां वेतन आयोग लागू कर देंगे. इतना ही नहीं, बंगाल सरकार का महंगाई भत्ता केंद्र के मुकाबले 49 फीसदी कम है.

विपक्ष का पीएम कौन?

अमित शाह ने कहा, गठबंधन के 23 लोग जो ब्रिगेड ग्राउंड पर बैठे थे उसमें से 9 प्रधानमंत्री बने बैठे थे. हमारे यहां एक ही नेता है. पूरा NDA नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में चट्टान की तरह खड़ा है.