केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने विपक्षी पार्टियों के गठबंधन पर बड़ा हमला बोला है. अमेरिका में इलाज करा रहे जेटली ने फेसबुक पोस्ट लिखकर कहा कि आने वाला लोकसभा चुनाव नरेंद्र मोदी बनाम विपक्षी अराजकता की लड़ाई है.
'2019 का एजेंडा- मोदी बनाम अराजकता' नाम से लिखे लेख में उन्होंने कहा कि निगेटिव कैंपेन तब काम करता है जब सरकार या उनके नेता के खिलाफ तगड़ा एंटी इनकंबेंसी हो. नाराज जनता सरकार को वोट देकर बाहर कर देती है. मगर जब सरकार और उसके लीडर के कार्यों से लोग संतुष्ट होते हैं तो वो उसे दोबारा सत्ता में लाते हैं.
जेटली ने कहा कि नरेंद्र मोदी के खिलाफ यह अव्यावहारिक गठबंधन है.
इससे पहले रविवार को मोदी सरकार में शिक्षा मंत्री प्रकाश जावडे़कर ने पुणे में एक कार्यक्रम में कहा कि नरेंद्र मोदी का कोई विकल्प नहीं है और उनकी गैर-मौजूदगी से देश में अराजकता फैल जाएगी.
उन्होंने कहा था कि ‘कोलकाता की शनिवार की रैली में विपक्षी दल एक साथ आए, उस पर ध्यान देने से यह स्पष्ट होता है कि यह सभी दल मोदी को हटाना चाहते हैं लेकिन विकल्प कौन है? उन्होंने कहा, ‘वो विकल्प प्रस्तुत नहीं कर सकते. ऐसे में देश में स्थिति ऐसी होगी कि यदि मोदी नहीं हैं तो अराजकता होगी.’