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चिराग पासवान की BJP को नसीहत- 'सहयोगियों की चिंताओं को दूर करें वर्ना होगा नुकसान'

चिराग ने एक अन्य ट्वीट में लिखा कि गठबंधन की सीटों को लेकर कई बार बीजेपी के नेताओं से मुलाकात हुई परंतु अभी तक कुछ ठोस बात आगे नहीं बढ़ पाई है. इस विषय पर समय रहते बात नहीं बनी तो इससे नुकसान भी हो सकता है

FP Staff

उपेंद्र कुशवाहा के एनडीए छोड़ने और बीजेपी को तीन राज्यों में मिली करारी हार के बाद एनडीए में असंतोष उभर कर सामने आने लगा है. एलजेपी ने मंगलवार को कहा कि तेलुगु देशम पार्टी व आरएलएसपी के एनडीए से अलग हो जाने के बाद यह गठबंधन नाजुक मोड़ से गुजर रहा है, ऐसे समय में बीजेपी गठबंधन में फिलहाल बचे हुए साथियों की चिंताओं को समय रहते सम्मान पूर्वक तरीके से दूर करे.

पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाह की अध्यक्षता वाली आरएलएसपी के पिछले दिनों एनडीए से बाहर निकलने के बाद बिहार में बीजेपी नेतृत्व वाले इस गठबंधन में अब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू और एलजेपी बची हैं.


एलजेपी संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष और जमुई से सांसद चिराग पासवान ने मंगलवार को ट्वीट कर कहा ‘टीडीपी व आरएलएसपी के एनडीए गठबंधन से जाने के बाद यह नाजुक मोड़ से गुजर रहा है. ऐसे समय में भारतीय जनता पार्टी गठबंधन में फिलहाल बचे हुए साथियों की चिंताओं को समय रहते सम्मान पूर्वक तरीके से दूर करें.’

चिराग ने एक अन्य ट्वीट में लिखा कि गठबंधन की सीटों को लेकर कई बार बीजेपी के नेताओं से मुलाकात हुई परंतु अभी तक कुछ ठोस बात आगे नहीं बढ़ पाई है. इस विषय पर समय रहते बात नहीं बनी तो इससे नुकसान भी हो सकता है.

2014 चुनाव से ठीक पहले एनडीए में शामिल हुई थी एलजेपी

पांच राज्यों के आए चुनाव परिणाम पर बीजेपी को परोक्ष रूप से नसीहत देते हुए गत 13 दिसंबर को चिराग ने कहा था कि एनडीए का एजेंडा हमेशा विकास रहा है पर इस पर राम मंदिर, हनुमान को लेकर विवादित बयान के हावी होने पर जनता भी कहीं न कहीं इससे दिग्भ्रमित होती है और निराश होती है क्योंकि वे आपसे इस तरह की उम्मीद नहीं करते. उन्होंने कहा था कि गलती से जो चोट (पांच राज्यों के आए चुनाव परिणाम से) लगी है, वो आने वाले लोकसभा चुनाव में हमें और सतर्क करेगी.

एलजेपी जो कि पहले कांग्रेस की अगुआई वाले यूपीए में थी, 2014 के लोकसभा चुनावों से पहले एनडीए में शामिल हो गई थी और उसने बिहार में सात सीटों में से छह सीटों पर जीत हासिल की थी. पार्टी प्रमुख रामविलास पासवान को मोदी सरकार में मंत्री बनाया गया. पिछले साल नीतीश के एनडीए में शामिल होने पर एलजेपी के प्रदेश अध्यक्ष पशुपति कुमार पारस को राज्य सरकार में मंत्री बनाया गया.

आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू की अध्यक्षता वाली टीडीपी तेलंगाना के अलग होने के बाद आंध्र प्रदेश को विशेष सहायता नहीं मिलने पर एनडीए से अलग हो गई थी.

(इनपुट भाषा से)