view all

मुलायम बोले- नहीं बना रहा नई पार्टी, अखिलेश बताएं कौन है आस्तीन का सांप

नई पार्टी के गठन को लेकर लगाए जा रहे है कयासों पर मुलायम सिंह यादव ने विराम लगा दिया है. उन्होंने कहा है कि मैं कोई नई पार्टी नहीं बना रहा हूं

FP Staff

नई पार्टी के गठन को लेकर लगाए जा रहे है कयासों पर मुलायम सिंह यादव ने विराम लगा दिया है. उन्होंने कहा है कि अभी मैं कोई नई पार्टी नहीं बना रहा हूं. अपने बेटे अखिलेश यादव से नाखुश मुलायम ने कहा, मैं अखिलेश के फैसले से खुश नहीं हूं. लेकिन वो मेरा बेटा है इसलिए आशीर्वाद साथ है. अखिलेश बताएं आस्तीन का सांप कौन है.

समाजवादी पार्टी के संरक्षक और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर केंद्र और यूपी सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा, केंद्र कुछ काम नहीं कर रही है. तीन साल में कोई वादा पूरा नहीं किया. यूपी सरकार के बिजली पर वादे झूठे साबित हुए हैं. मैं तीन बार सीएम रहा हूं. मैंने सभी जिलों को बिजली आपूर्ति दी है. यूपी सरकार ठीक से काम नहीं कर पा रही है और राज्य में सांप्रदायिकता बढ़ी है. भ्रष्टाचार चरम पर है. यूपी में कानून का राज खत्म हो गया है.

मुलायम ने बीएचयू में छात्रा के साथ छेड़छाड़ मामले को लेकर कहा कि बीएचयू में लड़कियां सुरक्षित नहीं है. यूपी में कानून व्यवस्था नहीं है. समान विचार के लोगों को एक साथ आना चाहिए. साथ ही उन्होंने पेट्रोल और डीजल के बढ़ते दामों को लेकर कहा कि पेट्रोल पर टैक्स जीएसटी के तहत लगना चाहिए. इससे कीमतें नीचे आएंगी.

इससे पहले कहा जा रहा था कि  उत्तर प्रदेश की सियासत के लिए सोमवार का दिन काफी अहम है. समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव लखनऊ में नए मोर्चे या नई पार्टी को लेकर बड़ा ऐलान कर सकते हैं. इसी कड़ी में एसपी संरक्षक मुलायम सिंह यादव ने लोहिया ट्रस्ट में सुबह 11.30 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई है.

दरअसल करीब साल भर बीतने के बाद भी समाजवादी पार्टी और परिवार में झगड़ा थमने का नाम नहीं ले रहा है. एक तरफ मुलायम सिंह यादव और शिवपाल सिंह यादव हैं, वहीं दूसरी तरफ अखिलेश यादव और राम गोपाल यादव हैं.

गौरतलब है कि प्रदेश के पिछले विधानसभा चुनाव के वक्त जब सपा में अंतर्कलह चरम पर थी और मुलायम ने खुद को पार्टी के मामलों से लगभग अलग कर लिया था, उस वक्त भी उनके अलग पार्टी बनाकर चुनाव लड़ने की अटकलें लगाई जा रही थीं. उस समय भी लोकदल अध्यक्ष सुनील सिंह ने उनसे अपनी पार्टी के निशान पर चुनाव लड़ने की पेशकश की थी.