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सुशील मोदी ने कहा, लालू पर चुप्पी तोड़ें नीतीश कुमार

सीबीआई की छापेमारी के बाद बोल रहे हैं लालू प्रसाद यादव

FP Staff

भारतीय जनता पार्टी ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के कहा है कि वह लालू यादव और परिवार के भ्रष्टाचार के मुद्दे पर चुप्पी तोड़ें. बीजेपी नेता सुशील कुमार मोदी ने कहा कि सीबीआई की छापेमारी से साबित हो गया है कि लालू परिवार भ्रष्टाचार में लिप्त है. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार को इस मामले में फैसला लेना चाहिए.

आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव का कहना है कि उनके खिलाफ राजनीतिक साजिश की जा रही है. उनके घर और ठिकानों पर सीबीआई की छापेमारी के बाद उन्होंने कहा कि बीजेपी खासकर नरेंद्र मोदी और अमित शाह के इशारे पर कार्रवाई की जा रही है.


सीबीआई ने शुक्रवार को लालू प्रसाद यादव के कई ठिकानों पर छापेमारी की है. सीबीआई ने 2006 में रेलमंत्री रहे लालू प्रसाद यादव, पत्नी राबड़ी देवी, उनके बेटों के साथ अन्य लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है.

छापेमारी की कार्रवाई के बाद लालू प्रसाद यादव ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की और मामले पर सफाई दी. उन्होंने कहा कि यह उन्हें फंसाने की साजिश है. सरकार तानाशाही के तरफ है. नौजवानों और किसानों की हालत बदतर है, जिसे छिपाने के लिए ये कार्रवाई हो रही.

लालू ने कहा, 'मैंने कोई गलती नहीं की. इसमें सीबीआई के अफसरों का कोई दोष नहीं है. इसमें नरेंद्र मोदी, अमित शाह और आरएसएस का दोष है. जब छापेमारी हुई मैं कोर्ट जा रहा था. घर पर नहीं था. मुझे जानकारी हुई तो मैंने बीवी और बच्चों से कह दिया कि वे जो कागज वे मांगेंगे उन्हें दे दो. अफसर अपना काम कर रहे हैं और आप अपना काम करिए.'

लालू ने कहा, देश के टीवी पहले घोषणा कर देते थे कि यहां छापेमारी पड़ने वाली है. लेकिन इस बार देश की मीडिया तक को कोई जानकारी नहीं हुई. पिछले 20 साल से सीबीआई का सामना कर रहा हूं. मुझे इसकी आदत पड़ गई है. किसानों, नौजवानों और मजलूमों की बात करने वालों का यही हश्र होता है.

नरेंद्र मोदी जानते हैं कि लालू बिहार में मजबूत आदमी है. वह मिलाने से मानने वाला नहीं है. वह अपनी बात रखेगा ही. इसलिए वे हमारे यहां सीबीआई को भेज रहे हैं.

रेलवे की ऑटोनॉमस बॉडी है आईआरसीटीसी. उसके किसी अफसर को बुलाकर अपने यहां एफआईआर कराया और सर्च ऑपरेशन चलाया. लालू यादव मिट्टी में मिल जाएगा, लेकिन नरेंद्र मोदी और बीजेपी को हटाकर ही दम लेगा.

सीबीआई ने की प्रेस कॉन्फ्रेंस

छापेमारी को लेकर सीबीआई ने प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई. प्रेस कॉन्फ्रेंस में सीबीआई ने कहा कि प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि होटल आवंटन में गड़बड़ियां की गई. होटल लीज पर लेने के बदले जमीन ली गई. 65 लाख में 32 करोड़ की जमीन ली गई. धोखाधड़ी और आपराधिक साजिश के केस में आईपीसी की धारा 420 और 120बी के तहत मामला दर्ज किया गया.

सीबीआई के एडिशनल डायरेक्टर राकेश अस्थाना ने बताया कि तलाशी सुबह 7.30 बजे शुरू हुई और अभी जारी है. जमीन के लिए होटल देने की शर्तों में ढील दी गई. जब लालू यादव रेलमंत्री थे तब रेलवे के दो होटलों को आईआरसीटीसी को ट्रांसफर किया गया था और इनकी देखभाल रखने के लिए टेंडर इशू किए गए थे. बाद में यह पाया गया कि टेंडर बांटने में गड़बड़ियां हुई हैं.

पांच जुलाई को लालू, राबड़ी देवी, तेजस्वी यादव, सरला गुप्ता, विजय कोचर, विनय कोचर, पीके गोयल व अन्य के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी. पीके गोयल उस समय पर आईआरसीटीसी के मैनेजिंग डायरेक्टर. साथ ही सीबीआई ने जानकारी दी कि लारा प्रोजेक्ट कंपनी केस में प्राइवेट कंपनी को फायदा भी पहुंचाया गया.