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एमसीडी चुनाव नतीजे: प्रचंड जीत के साथ बीजेपी का तीसरी बार दिल्ली पर कब्जा

बीजेपी ने अपनी विपक्षी पार्टियों को चुनाव में बुरी तरह पटखनी दी है

FP Staff
15:14 (IST)

वरिष्ठ कांग्रेसी नेता गुरुदास कामत ने पार्टी के सभी पदों से दिया इस्तीफा.

14:40 (IST)

वरिष्ठ कांग्रेसी नेता पीसी चाको ने भी की इस्तीफे की पेशकश

14:05 (IST)

कथनी-करनी में फर्क था इसलिए हारे अरविंद केजरीवाल: अन्ना हजारे

14:03 (IST)

बीजेपी नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने केजरीवाल सरकार को बर्खास्त करने की मांग की.

13:45 (IST)

दिल्ली में कांग्रेस के दफ्तर के बाहर पसरा सन्नाटा

13:18 (IST)

एमसीडी चुनाव में टिकट बंटवारे के बाद से अमूमन सभी पार्टियों में बगावत हुई पर, कांग्रेस के अंदर कुछ ज्यादा ही घमासान देखने को मिला. कांग्रेस पार्टी में मचे घमासान का असर चुनाव प्रचार पर साफ देखा गया. 
कांग्रेस से उलट दूसरी पार्टियों ने प्रचार बहुत अहमियत दी. दूसरी पार्टियों ने पोस्टर, बैनर से अपनी बात जनता तक पहुंचाने की कोशिश की. बीजेपी और आप के स्टार प्रचारकों ने जहां दिन-रात एक किया वहीं कांग्रेस के नेता आरोप-प्रत्यारोप और आपसी खींचतान में लगे रहे.
दूसरी राजनीतिक पार्टियों की तुलना में कांग्रेस पार्टी पोस्टर-बैनर से भी गायब नजर आई. कुछ इलाकों में तो पार्टी को अपनी उपस्थिति भी नहीं दर्ज करा सकी. टिकट बंटवारे को लेकर कार्यकर्ताओं का विरोध सभी पार्टियों में लगभग समान तौर पर हुआ. पर, कांग्रेस पार्टी को सबसे ज्यादा नुकसान देखने को मिला.

13:13 (IST)

बीजेपी की जीत से दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को सीधे सदमा लगेगा. यह सदमा पंजाब और गोवा की हार के बाद बड़ा होगा क्योंकि इसे केजरीवाल के प्रति जनता के मोह भंग के तौर पर भी देखा जाएगा. बीजेपी इस गंभीरता को समझती है. लिहाजा पार्टी के सबसे बड़े रणनीतिकार और पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने खुद इस चुनाव की रणनीति भी बनाई थी. स्थानीय निकाय के इस चुनाव में पार्टी के लिए उन्होंने प्रचार भी किया.

13:12 (IST)

बीजेपी ने दिल्ली की जीत सुकमा नक्सली हमले में शहीद हुए जवानों के नाम की.

13:12 (IST)

केजरीवाल के पास 56 इंच की जीभ - मनोज तिवारी, दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष

पहली बार कोई सीएम धमकी देते दिखा - मनोज तिवारी 

पानी-बिजली महंगी करने की धमकी दी - मनोज तिवारी

डेंगू-चिकनगुनिया को लेकर जनता को बददुआ दी - मनोज तिवारी 

13:12 (IST)

केजरीवाल के पास 56 इंच की जीभ - मनोज तिवारी, दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष

पहली बार कोई सीएम धमकी देते दिखा - मनोज तिवारी 

पानी-बिजली महंगी करने की धमकी दी - मनोज तिवारी

डेंगू-चिकनगुनिया को लेकर जनता को बददुआ दी - मनोज तिवारी 

13:09 (IST)

दिल्ली बीजेपी के दफ्तर के बाहर लगा पोस्टर

13:05 (IST)

केजरीवाल के पास 56 इंच की जीभ - मनोज तिवारी, दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष

पहली बार कोई सीएम धमकी देते दिखा - मनोज तिवारी 

पानी-बिजली महंगी करने की धमकी दी - मनोज तिवारी

डेंगू-चिकनगुनिया को लेकर जनता को बददुआ दी - मनोज तिवारी 

12:59 (IST)

बीजेपी नेता डॉ. हर्षवर्धन ने दी कार्यकर्ताओं को बधाई 

12:57 (IST)

12:32 (IST)

180 सीटों पर बीजेपी आगे

32 सीटों पर कांग्रेस आगे 

46 सीटों पर आप आगे 

12 सीटों पर अन्य आगे 

12:13 (IST)

185 सीटों पर बीजेपी आगे

27 सीटों पर कांग्रेस आगे 

47 सीटों पर आप आगे 

11 सीटों पर अन्य आगे 

12:12 (IST)

आप के वोट शेयर में भारी गिरावट 

एमसीडी की 57 सीटों पर बीजेपी की अबतक जीत

सरूपनगर और मंगोलपुरी बी से कांग्रेस जीती

सीलमपुर से बीएसपी उम्मीदवार जीती

मधुविहार, खानपुर और मदनगीर से बीजेपी जीती

बुराड़ी के वार्ड नंबर 6और 7 से बीजेपी जीती

आनंद विहार और बिजवासन से बीजेपी की जीत 

विश्वास नगर और आईपी एक्सटेंशन से बीजेपी की जीत

चांदनी चौक के वार्ड नं 84 से बीजेपी की जीत

अशोक नगर वार्ड 36 से बीजेपी जीती

11:58 (IST)

दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष अजय माकन ने हार की जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा दे दिया है और उन्होंने कहा है कि वो एक कार्यकर्ता के रूप में काम करते रहेंगे.

11:56 (IST)

दिल्ली एमसीडी चुनाव पर मिली भारी जीत पर बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि दिल्ली के विकास के लिये काम करेंगे.

11:50 (IST)

एमसीडी चुनाव में पार्टी की हार का जिम्मा लेते हुए प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अजय माकन ने दिया इस्तीफा.

11:49 (IST)

कांग्रेस पार्टी की करारी हार से अजय माकन भी मुश्किल में आ गए हैं. पार्टी में अजय माकन के खिलाफ भारी असंतोष है. ऐसे में पार्टी आलाकमान अजय माकन को कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष पद से हटा सकता है. एमसीडी चुनाव में कांग्रेस के एक दर्जन बड़े नेताओं ने अजय माकन की कार्यशैली पर सवाल खड़े किए थे. टिकट बंटवारे से नाराज हो कर पार्टी के कई नेताओं ने बीजेपी का दामन थाम लिया था. पिछले दिल्ली विधानसभा में खाता नहीं खोलने वाली कांग्रेस पार्टी इस बार दूसरे और तीसरे नंबर की लड़ाई लड़ रही है. कांग्रेस भी ईवीएम में गड़बड़ी के मुद्दे को तूल दे सकती है. स्वराज इंडिया पार्टी को भी जनता ने नकार दिया है. दिल्ली एमसीडी चुनाव में स्वराज इंडिया पार्टी ने पर्यावरण को मुख्य मुद्दा बना कर चुनाव लड़ा था. दिल्ली एमसीडी चुनाव के परिणाम से स्वराज इंडिया पार्टी में भी निराशा की लहर दौड़ गई है. पार्टी ने उम्मीदवारों का सैलेक्शन के लिए एक खास रणनीति अख्तियार की थी. यह कहा जा रहा था कि स्वराज इंडिया पार्टी की कैंडिडेट सेलेक्शन की प्रक्रिया दूसरी पार्टियों के तुलना में बेहतर है. 

11:46 (IST)

एमसीडी में बीजेपी की जीत के साथ ही तीनों नगर निगमों को एक करने की बात शुरू हो गई है. दिल्ली के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री विजय गोयल ने कहा है कि अगर नगर निगम को एक कर दिया जाए तो निगम की आर्थिक संकट को दूर किया जा सकता है. विजय गोयल का कहना है कि दिल्ली नगर निगम को एक करने के लिए केंद्रीय नेतृत्व से बात की जाएगी. दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के कार्यकाल में दिल्ली नगर निगम को तीन भागों में बांटा गया था. विभाजन के पूर्व नगर निगम में 134 वार्ड थे. विभाजन के बाद अधिक क्षेत्रफल और घनत्व के आधार पर वार्डों की संख्या 272 की गई थी.  

11:41 (IST)

जैसा कि अंदेशा था हुआ भी वहीं. बात एक्जिट पोल की नहीं बल्कि ईवीएम की  है. आम आदमी पार्टी ने ईवीएम पर मतगणना से पहले ही आरोप लगाना शुरू कर दिया था. आज भी वही हुआ. नतीजों के बाद आप के प्रवक्ता आशुतोष ने ईवीएम की विश्वसनीयता पर सवाल उठाए. उन्होंने कहा कि बीजेपी ने पिछले दस साल में दिल्ली में कोई काम नहीं किया और उसके बाद जीतना कई सवाल खड़े करती है. यहां से एक बात साफ हो गई कि आम आदमी पार्टी पंजाब, गोवा, दिल्ली में राजौरी गार्डन की हार और अब एमसीडी की हार के बावजूद आत्ममंथन नहीं करना चाहती. उसे लगता है कि ऐसा करना केजरीवाल के करिश्मे का अपमान होगा. इसके बजाए आरोपों के आंदोलन से पैदा हुई ये पार्टी एक बार फिर एक नए आंदोलन पर सवार हो कर देश में ईवीएम के खिलाफ माहौल बनाने की कोशिश कर रही है. बड़ा सवाल ये है कि हार के बहानों की राजनीति से आम आदमी पार्टी अब खुद का कितना बड़ा नुकसान करना चाहती है. आप पर अपने कामों के विज्ञापन के लिये 97 करोड़ रुपये खर्च करने का आरोप है. बेहतर होता कि वो विकास के दावों को जनता तक अपनी डोर टू डोर शैली से पहुंचाने का काम करती. लेकिन नेगेटिव कैम्पेन ने उसे खुद ही कटघरे में खड़े करने का काम किया. अब जब नतीजों ने केजरीवाल एंड टीम को हताशा में डुबा दिया है तो एक बार फिर बात खंभा नोंचने की हो रही है. आम आदमी पार्टी को खुद ये सोचना होगा कि जब वो दो साल के भीतर अपनी ही अवाम के दिल में भरोसा जगाने में कामयाब नहीं हो सकी है तो ईवीएम के मुद्दे पर वो अपने आरोपों को कैसे साबित कर पाएगी.

11:40 (IST)

हम अपना आत्ममंथन तो करेंगे ही साथ ही साथ ईवीएम के मुद्दे को भी आगे बढ़ाएंगे: मनीष सिसोदिया

11:39 (IST)

बिना ईवीएम में छेड़छाड़ के इतनी बड़ी जीत संभव नहीं है. बीजेपी ने दिल्ली में सिर्फ डेंगू और चिकनगुनिया फैलाया है. भरोसा नहीं हो रहा है कि जनता इतनी बड़ी संख्या में बीजेपी को वोट किया है.: मनीष सिसोदिया

11:37 (IST)

11:36 (IST)

बीजेपी की जीत पर भरोसा नहीं हो रहा है: मनीष सिसोदिया

11:35 (IST)

11:35 (IST)

11:34 (IST)

दिल्ली एमसीडी चुनाव की 270 सीटों के लिए बुधवार को वोटों की गिनती होगी. 23 तारीख को हुई वोटिंग में प्रत्याशियों की किस्मत ईवीएम में कैद हो गई. ईवीएम के नतीजे आने के साथ ही दिल्ली की भविष्य की राजनीति भी काफी हद तय होगी.

दरअसल जिस तरीके से एमसीडी चुनाव के पहले भोजपुरी मतदाताओं का दिल जीतने के लिए बीजेपी मनोज तिवारी को लेकर आई थी. दिल्ली में मौजूद बिहार और पूर्वांचल की बड़ी आबादी को रिझाने के लिए बीजेपी ने यह निर्णय लिया था. मनोज तिवारी भोजपुरी सिनेमा और संगीत के बड़े स्टार रहे हैं और बीजेपी के सांसद भी हैं. इस चुनाव में अगर बीजेपी जीत हासिल करती है तो इसमें संदेह नहीं कि बीजेपी में आने वाले समय में उनका कद और बढ़ जाएगा.


आम आदमी पार्टी के लिए ये चुनाव इन मायनों में महत्वपूर्ण है कि बीते विधानसभा चुनाव में उसे आशातीत सफलता नहीं मिली है. इसे लेकर मीडिया में उसकी किरकिरी भी हुई. पंजाब और गोवा के चुनावों में तो अपनी सरकार आने तक का दावा आम आदमी पार्टी ने किया था. लेकिन चुनावी नतीजे बिल्कुल उलट निकले. अब दिल्ली एमसीडी के चुनाव पार्टी का भविष्य निर्धारित करने वाले भी हो सकते हैं.

कांग्रेस ने अपने चुनाव की कमान पूरी तरह से अजय माकन के भरोसे छोड़ी हुई थी. अगर इन चुनावों में पार्टी को जीत हासिल हुई तो सेहरा उनके सिर बंधना तय है लेकिन अगर हार हुई फजीहत भी पक्की है. चुनाव प्रचार के दौरान कई पार्टी नेताओं ने अजय माकन पर आरोप लगाते हुए पार्टी भी छोड़ी. शायद पार्टी की जीत माकन पर लग रहे सारे दाग धो दे.

योगेंद्र यादव की स्वराज इंडिया के अलावा जेडीयू और समाजवादी पार्टी भी चुनाव मैदान में हैं. इन पार्टियों की बड़ी जीत की उम्मीद तो कम है लेकिन जितनी ज्यादा सीटें इनके खाते में आएंगी, वो इनकी मजबूती ही प्रदर्शित करेगा.