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लालू के ठिकाने पर सीबीआई का छापा, अब उपमुख्यमंत्री तेजस्वी को जाना ही पड़ेगा!

सीबीआई के छापे के बाद लालू को अपने राजनैतिक वारिस तेजस्वी यादव के भविष्य का डर ज्यादा सता रहा है

Amitesh

सीबीआई ने लालू यादव, उनकी पत्नी राबड़ी देवी और छोटे बेटे तेजस्वी यादव के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है. फिलहाल तेजस्वी यादव बिहार की नीतीश सरकार में उपमुख्यमंत्री हैं. सीबीआई की तरफ से तेजस्वी के खिलाफ केस दर्ज होने के बाद अब साफ हो गया है कि तेजस्वी को हर हाल में अपने पद से इस्तीफा देना ही होगा.

लालू परिवार को 32 करोड़ की जमीन महज 65 लाख रुपए में दी गई


सीबीआई की तरफ से की गई छापेमारी के बाद अब तेजस्वी के खिलाफ शिकंजा कस गया है. सीबीआई ने केस दर्ज करने के बाद आगे पूरे मामले में जांच कर रही है. लेकिन, मौजूदा हालात में नीतीश सरकार के उपमुख्यमंत्री और लालू के वारिस तेजस्वी के पद पर बने रहना काफी मुश्किल हो गया है. अब तेजस्वी यादव का जल्द इस्तीफा हो सकता है.

छापेमारी लालू के पटना, रांची, भुवनेश्वर, दिल्ली और गुरुग्राम के 12 ठिकानों पर हो रही है. सीबीआई की अलग-अलग टीम ने सुबह साढ़े सात बजे से ही इन सभी ठिकानों पर एक साथ तलाशी शुरू की है.

लालू के पटना, रांची, भुवनेश्वर, दिल्ली और गुरुग्राम के ठिकानों पर हो रही छापेमारी 2006 के होटल आवंटन से जुड़ी है.

दरअसल, ये मामला तब का है जब लालू यादव यूपीए-1 सरकार में रेल मंत्री हुआ करते थे. आरोप है कि उस वक्त सुजाता होटल प्राइवेट लिमिटेड को रांची और पुरी के दो होटलों के रखरखाव के लिए टेंडर में अनियमितता की गई थी. ये दोनों होटल आईआरसीटीसी के अंतर्गत हैं.

आरोप इस बात का है कि इन दोनों होटलों के रखरखाव के टेंडर में मदद पहुंचाने के बदले लालू के परिवार को पटना में जमीन आवंटित की गई. अब इसी जमीन पर बिहार का सबसे बड़ा मॉल बन रहा है, जो खुद विवादों में है.

दरअसल, उस वक्त ये जमीन लारा प्रोजेक्ट कंपनी को सौंप दी गई. आरोप है कि 32 करोड़ रुपए की जमीन महज 65 लाख रुपए में ही दे दी गई. लारा प्रोजेक्ट कंपनी के डायरेक्टर लालू, राबड़ी और तेजस्वी हैं. लिहाजा सीबीआई ने इन तीनों पर 420 और 120 बी के तहत यानी धोखाधड़ी और साजिश का केस दर्ज कर लिया है.

सीबीआई रेड के बाद लालू प्रसाद यादव के घर के बाहर पसरा सन्नाटा (फोटो: पीटीआई)

लालू की गैरमौजूदगी में सीबीआई तलाशी लेने पहुंची

सीबीआई की टीम ने सुजाता होटल प्राइवेट लिमिटेड के दो डायरेक्टर विजय कोचर और विनय कोचर के खिलाफ भी केस दर्ज किया है. जबकि आईआरसीटीसी के उस वक्त के एमडी पी के गोयल के खिलाफ भी सीबीआई ने केस दर्ज किया है.

इस मामले में लालू के सहयोगी और पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रेमचंद गुप्ता के ठिकानों पर भी सीबीआई की तरफ से छापेमारी की गई है. सीबीआई ने प्रेमचंद गुप्ता की पत्नी सरला गुप्ता के खिलाफ भी केस दर्ज किया है.

उधर, लालू यादव छापेमारी के वक्त रांची में मौजूद हैं. लालू को चारा घोटाले के एक मामले में जिस दिन रांची में सीबीआई की अदालत में पेश होना था. उसी दिन सीबीआई की टीम उनके घर तलाशी लेने पहुंच गई.

रांची में लालू ने सीबीआई छापे पर प्रतिक्रिया देते हुए इसे मोदी-अमित शाह और बीजेपी की साजिश बताया है. लालू यादव ने आईआरसीटीसी के गठन से लेकर उसके अंतर्गत आने वाले होटल के बारे में गोल-मोल जवाब दिया. लेकिन, आईआरसीटीसी के होटल के रखरखाव के लिए आवंटन मामले में गड़बड़ी के आरोपों पर खामोश रह गए.

लालू को उनकी गैर-मौजूदगी में सीबीआई की छापेमारी ज्यादा सता रही है. लेकिन, लालू को अपने राजनैतिक वारिस तेजस्वी यादव के भविष्य का डर ज्यादा सता रहा है. सीबीआई ने लारा प्रोजेक्ट के डायरेक्टर होने के नाते लालू, राबड़ी और तेजस्वी के खिलाफ केस दर्ज किया है. यही केस अब तेजस्वी यादव के पद से हटने का कारण हो सकता है.