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यूं ही नहीं पेश हुए लालू यादव, सख्त सीबीआई ने झुकाया

लालू यादव और उनके तेजस्वी यादव को 25-26 सितंबर को सीबीआई के सामने पेश होना था, लेकिन उस दिन भी पिता-पुत्र पेश नहीं हुए थे

Ravishankar Singh

राष्ट्रीय जनता दल सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव से सीबीआई पूछताछ कर रही है. यह पूछताछ रेलवे टेंडर डील मामले में हुई है. लालू के साथ उनकी सांसद पुत्री मीसा भारती भी हैं. लालू के बेटे तेजस्वी यादव से सीबीआई शुक्रवार को पूछताछ करेगी.

रेलवे टेंडर घोटाले के आरोपों का सामना कर रहे आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव सीबीआई पेशी से लगातार बच रहे थे. पहले भी दो बार सीबीआई ने लालू और उनके बेटे को पूछताछ के लिए बुलाया था, लेकिन दोनों बार पिता-पुत्र पेश नहीं हुए थे.


लालू जब पूछताछ के बाद बाहर निकले तो उन्होंने कहा कि उन्होंने कोई भ्रष्टाचार नहीं किया, उन्हें और उनके परिवार को फंसाया जा रहा है.

लालू के खिलाफ सीबीआई जा सकती थी कोर्ट

सीबीआई ने इससे पहले 11 और 12 सितंबर को पूछताछ के लिए लालू यादव और उनके बेटे तेजस्वी को बुलाया था. हालांकि, दोनों पिता-पुत्र उस तारीख को भी हाजिर नहीं हो हुए थे.

दोनों ने 11 और 12 सिंतबर को दिल्ली आने में असमर्थता जाहिर की थी. इसके बाद सीबीआई ने एक और नई डेट जारी की. सितंबर महीने के पहले हफ्ते में लालू प्रसाद यादव और तेजस्वी यादव को सीबीआई की ओर से पेश होने का समन जारी हुआ था.

लालू यादव और उनके तेजस्वी यादव को 25-26 सितंबर को सीबीआई के सामने पेश होना था, लेकिन उस दिन भी पिता-पुत्र पेश नहीं हुए थे.

लगातार दो बार पेश नहीं होने पर सीबीआई ने सख्त रुख अख्तियार किया था. सीबीआई लालू प्रसाद यादव के द्वारा दिए गए पिछले दो कारणों की जांच कर रही थी, जिसके बाद लालू प्रसाद यादव के वकीलों ने लालू को सीबीआई के सामने पेश होने की सलाह दी. आज अगर लालू प्रसाद यादव पेश नहीं होते तो सीबीआई कोर्ट जा सकती थी.

बता दें कि लालू प्रसाद यादव पर आरोप है कि रेलमंत्री रहने के दौरान उन्होंने रांची और पुरी रेलवे होटलों को अपने करीबियों को लीज पर बेच डाला था.

सीबीआई को मिले दस्तावेज के मुताबिक, होटल लीज पर देने के नाम पर रेलवे के नियमों को ताक पर रखा गया था. लालू प्रसाद यादव उस वक्त रेल मंत्री थे. रेलवे को रांची और पुरी के होटल लीज पर देने को लेकर लालू प्रसाद यादव, उनकी पत्नी राबड़ी देवी और बेटे तेजस्वी यादव के साथ झारखंड से राज्यसभा सांसद और पार्टी के नेता प्रेमचंद्र गुप्ता और उनकी पत्नी सरला गुप्ता को अभियुक्त बनाया गया है.

इसके साथ ही इस मामले में होटल लीज पर लेने वाले विनय कोचर, विजय कोचर और पी.के गोयल को भी आरोपी बनाया गया है. सीबीआई पहले ही कोचर बंधुओं, पीके गोयल और सरला गुप्ता से पूछताछ कर चुकी है.

इस केस को सीबीआई के एडिशनल डायरेक्टर राकेश अस्थाना देख रहे हैं. सीबीआई के एडिशनल डायरेक्टर राकेश अस्थाना इस केस को देख रहे हैं. लालू प्रसाद यादव और राकेश अस्थाना का सामना पहले भी कई मौकों पर हो चुका है.

राकेश अस्थाना इससे पहले भी देश में चर्चित चारा घोटाले की प्रारंभिक जांच में महत्वपूर्ण भूमिका निभा चुके हैं. राकेश अस्थाना के सीबीआई में रहते ही लालू प्रसाद यादव पर चारा घोटाले में शिकंजा कसा गया था.

32 करोड़ की जमीन सिर्फ 65 लाख में दी गई

सीबीआई के मुताबिक, प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि होटल आवंटन में गड़बड़ियां हुई हैं. होटल लीज पर लेने के बदले जमीन ली गई. पटना के बेली रोड स्थित प्राइम लोकेशन पर तीन एकड़ जमीन लालू परिवार को दिया गया. इसकी कीमत उस वक्त करोड़ों में आंकी जा रही थी.

32 करोड़ की जमीन सिर्फ 65 लाख में दी गई. इसी जमीन पर तेजस्वी यादव मॉल का निर्माण करा रहे थे. जिसे बाद में रुकवा दिया गया था. पटना के बेली रोड पर तीन एकड़ की यह जमीन कोचर बंधुओं की थी. कोचर बंधुओं ने यह जमीन पहले प्रेमचंद्र गुप्ता की पत्नी सरला गुप्ता की कंपनी के नाम ट्रांसफर की थी.

बाद में सरला गुप्ता की कंपनी ने यह जमीन लालू परिवार की कंपनी डिलाइट मार्केटिंग प्राइवेट लिमिटेड के नाम कर दी थी. बाद में डिलाइट मार्केटिंग प्राइवेट लिमिटेड का नाम बदल कर लारा प्रोजेक्ट प्राइवेट लिमिटेड कर दिया गया.

सीबीआई ने इसको लेकर धोखाधड़ी और आपराधिक साजिश के केस में आईपीसी की धारा 420 और 120बी के तहत मामला दर्ज किया था. आयकर विभाग और सीबीआई की छापेमारी में बरामद दस्तावेज बताते हैं कि पूर्व कोचर बंधुओं को रांची और पूरी के होटल 30 साल की लीज पर दी गई थी. लेकिन, बाद में इसकी अवधि बढ़ाकर 60 साल कर दी गई.

रेलवे होटल लीज मामले में जांच के दौरान सीबीआई ने कई तरह की अनियमितताओं से संबंधित दस्तावेज जब्त किए थे. सीबीआई इसी दस्तावेजों को आधार बना कर लालू प्रसाद यादव और तेजस्वी यादव से पूछताछ कर रही है.