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लालू कुनबा: क्या सिर्फ तंत्र-मंत्र से मिट जाएंगे सारे डर!

लालू प्रताप के परिवार को भयंकर अनहोनी होने का डर सता रहा है

Kanhaiya Bhelari

खानदानी पुरोहित की सलाह मानकर लालू प्रसाद के बड़े बेटे और बिहार के स्वास्थ्य मंत्री तेज प्रताप यादव ने अपने आधिकारिक आवास 3-देशरत्न मार्ग, के दक्षिण की ओर खुलने वाले दरवाजे को शुक्रवार को भारी मन से दोबारा चालू करवा दिया.

हालांकि, भरोसेमंद सूत्र का कहना है कि एक सप्ताह पहले लालू प्रसाद और राबड़ी देबी ने भी अपने इस तुनुकमिजाजी बेटे को घर बुलाकर समझाया था कि दरवाजा खोल दो. मंत्री महोदय ने एक ज्योतिषी के कहने पर इस दरवाजे को पिछले 28 मई को ईंट जुड़वाकर बंद करा दिया था. 23 जून को चार-पांच मजदूरों ने मिलकर करीब 25 दिन से बंद दरवाजे को खोल दिया.


काम बड़ा या अध्यात्म! 

दरअसल, युवा ज्योतिषी अचलेश नंदन ने ‘अध्यात्मिक’ मिजाज के मंत्री को सख्त हिदायत दी थी कि कभी भी दक्षिण दिशा की ओर मुंह करके घर से बाहर न निकलें. उस ज्योतिषी का कहना था कि वास्तुशास्त्र के मुताबिक दक्षिण की तरफ का दरवाजा यम की दिशा होती है. दक्षिण यानी मौत का दरवाजा जबकि उत्तर दिशा की ओर खुलने वाले दरवाजे पर कुबेर का वास होता है.

अचलेश नंदन ने मंत्री को सख्त हिदायत दी थी कि अगर दैहिक, दैविक और भौतिक विपतियों से बचना है तो दक्षिण की ओर निकलने वाली मेन गेट को बंद कर निवास के उत्तर दिशा में नया गेट बनवाएं. स्वास्थ्य मंत्री के हुक्म पर फौरन 3 एकड़ में फैले निवास के दक्षिण छोर की मुख्य दरवाजे का बंद कर दिया गया और उत्तर तरफ की दिवाल को तोड़कर मेन गेट बनाया गया.

किस गेट से आएगी तकदीर?

ऑरिजनल मेन गेट के दोबारा खुल जाने से झुग्गी-झोपड़ी में रहने वालों को काफी राहत मिली है. निवास के पीछे में नया मेन गेट बनाकर मंत्री महोदय और उनके काफिले की हमेशा की आवाजाही से सैकड़ों गरीब परिवार वालों का जीना मुहाल हो गया था. सनद रहे कि 200 मीटर का यह छोटा सा रास्ता झुग्गी-झोपड़ी से होकर गुजरता था. सूत्रों के अनुसार प्रभावित निवासियों ने मंत्री के पिता लालू प्रसाद से मिलकर अपनी परेशानी बताई थी.

नाम नहीं छापने की शर्त पर एक झुग्गी निवासी ने फ़र्स्टपोस्ट को बताया कि तेज प्रताप यादव से मिलने वालों ने हमलोगों का जीना मुहाल कर दिया था. हमलोग पिछले 50 साल से यहां रहते हैं लेकिन ऐसी परेशानी का सामना कभी नहीं करना पड़ा’. कयास ये भी लगाया जा रहा है कि हो सकता है कि इन्हीं लोगों की शिकायत पर आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद ने पुरोहित के जरिए अपने मंत्री पुत्र को बंद गेट दोबारा चालू कराने के लिए राजी किया हो.

जाप से कैसे खत्म होगी मुश्किल?

वैसे, घोषित कृष्ण भक्त तेज प्रताप यादव अपने विचित्र कर्म से हमेशा सुर्खियों में रहते हैं. पिछले दिनों मंत्री ने अपने विरोधियों को शांत करने के लिए ‘दुश्मन मारक जाप’ किया था. यह जाप मंत्री महोदय ने लाल अंग वस्त्र धारण कर अपने निवास में 7 दिनों तक खास तरह की लकड़ी से तैयार की गई कुटिया में कुश के आसन पर बैठकर की थी.

फिर एक साधु के कहने पर 8 जून को एसी बस में बैठकर ‘ओम कृष्णाय नमः’ मंत्र का जाप करते हुए सड़क मार्ग से खास दोस्तों के साथ पटना से वृंदावन चले गए. दो एसी बसें गईं थीं. साधु के निर्देशानुसार तेज प्रताप यादव को अकेले बैठकर, दी गई मंत्र, का जाप करते हुए जाना था.

कई कारणों से तेज प्रताप यादव और उनके परिवार के सदस्य मानसिक परेशानियों से त्रस्त हैं. भयंकर अनहोनी होने का डर सता रहा है. ऐसे में तेज प्रताप यादव को लगता है कि केवल तंत्र-मंत्र एवं योग-जाप संकट मोचक साबित हो सकता है.