प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में परिवर्तन रैली को संबोधित किया. सुबह ‘मन की बात’ के बाद नोटबंदी का जिक्र करते हुए मोदी ने एक बार फिर दोहराया कि फैसला आसान नहीं था. प्रधानमंत्री ने काले धन और करप्शन पर अंकुश लगाने के लिये मोबाइल फोन और कैशलेस ट्रांसेक्शन पर जोर दिया.
मोदी के भाषण की खास बातें
प्रधानमंत्री मोदी ने उत्तरप्रदेश में विकास का मुद्दा उठा कर आगामी चुनाव विकास के मुद्दे पर लड़ने की बात कही. मोदी ने अपने पुराने अंदाज में जनता से पूछा कि, ‘हमने पिछले दिन जो निर्णय लिए. आप मुझे बताइए भ्रष्टाचार ने देश को बर्बाद किया है कि नहीं किया? कालेधन ने आपके घर परिवार में बर्बादी लाई है कि नहीं? जब बीमारी दूर करने के लिए डॉक्टर सुई या दवाई देते हैं तो थोड़ी देर के लिए तकलीफ होती है कि नहीं होती है? मैंने देश की जनता से सिर्फ 50 दिन मांगे हैं. अभी सिर्फ 20 दिन ही हुए हैं. 30 दिन और बचे हैं.’
मोदी ने आगे कहा कि मैंने पहले भी कहा था कि तकलीफ तो होगी. जो बड़े हैं उनको बड़ी तकलीफ होगी. लोकतंत्र में ऐसा फैसला करने की कोई हिम्मत नहीं करता है. लोकतंत्र की ताकत देखिए, कल चीन के अखबारों में लिखा गया कि लोकतंत्र में कोई भी ऐसा फैसला लेने की हिम्मत नहीं कर सकता. मोदी ने कहा उनको(चीन के अखबारों के तरफ इशारा करते हुए कहा) पता नहीं है कि भारत की जनता जनार्दन के कारण ऐसा फैसला लेना आसान हो जाता है.
मोबाइल के भरोसे हिंदुस्तान
देश के लोगों ने अपनी तकलीफ झेल कर भी इस फैसले पर मुहर लगाई है. मैं देश की जनता का जितना आभार व्यक्त करुं उतना ही कम है. मोदी ने कहा कि आप अपने मोबाइल फोन से जो भी खरीदना चाहें खरीद सकते हैं. आप अपनी मोबाइल फोन से फोटो भेज सकते हो, वाट्सएप कर सकते हो. यहीं मोबाइल फोन आपका बैंक बन गया है. अब मोबाइल फोन में ही पैसे होते हैं. पहले जिस तरह आप पॉकेट में वॉलेट रखते थे, अब मोबाइल में रखते हैं. अब मोबाइल से ही सब होता है.
‘आज के अखबार में एक विज्ञापन देखा होगा. इस विज्ञापन को आप लोग पूरी तरह पढ़ें. मोबाइल में किस प्रकार खाता खोला जाता है. पूरा दिया गया है. नोटों का उपयोग कालेधन पर वाले करना चाहते हैं, हम उनको सफल नहीं होने देना हैं.’
विपक्ष पर भी साधा निशाना
मोदी ने विपक्षी दलों पर हमला बोलते हुए कहा, एक तरफ सरकार भ्रष्टाचार के सारे रास्ते बंद करने में लगी हुई है तो दूसरी तरफ राजनीतिक लोग ‘भारत बंद’ कर रास्ते बंद करने में जुटे हुए हैं. मोदी ने जनता से अपने अंदाज में पूछा कि, ‘आप बताइए कि काले धन का रास्ता बंद होना चाहिए या भारत बंद करना चाहिए?’
पीएम मोदी ने अपने फैसले पर जनता को भरोसा दिलाया कि आने वाले समय में देश का भविष्य उज्जवल है.
चुनावी रैली में भी मोदी नोटबंदी के मुद्दे पर विपक्षी आरोपों पर हावी दिखे. जहां उन्होंने कठिन फैसले के लिये जनता का आभार जताया वहीं ये भी साफ कर दिया कि कैशलेस इकोनॉमी का दौर अब भारत में 70 साल पुराने करप्शन को साफ करने के काम आएगा.
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