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JDS-कांग्रेस के बागी विधायकों को BSY के ऑफर के बाद कुमारस्वामी-सिद्धरमैया ने मिलाया हाथ!

बीजेपी के प्रदेश पदाधिकारियों को संबोधित करते हुए पूर्व सीएम ने मौजूदा कुमारस्वामी सरकार से नाराज चल रहे कांग्रेस और जेडीएस के विधायकों को बीजेपी में शामिल होने का खुला ऑफर दिया था.

FP Staff

कर्नाटक बीजेपी के अध्यक्ष बीएस येदियुरप्पा एक बार फिर मुख्यमंत्री की कुर्सी पर नजर लगाए हुए हैं. पिछले महीने कांग्रेस-जेडीएस की एकता के चलते उन्हें सीएम पद की शपथ लेने के 56 घंटे के अंदर इस्तीफा देना पड़ा था.

बेंगलुरु में शुक्रवार को बीजेपी के प्रदेश पदाधिकारियों को संबोधित करते हुए पूर्व सीएम ने मौजूदा कुमारस्वामी सरकार से नाराज चल रहे कांग्रेस और जेडीएस के विधायकों को बीजेपी में शामिल होने का खुला ऑफर दिया था. इन विधायकों के बीजेपी में शामिल होने से एचडी कुमारस्वामी की गठबंधन सरकार गिर जाएगी.


पार्टी के अंदरूनी सूत्रों की मानें तो येदियुरप्पा वर्तमान में राज्य में बन रही राजनीतिक परिस्थितियों का फायदा उठाना चाहते हैं. इसके लिए वह कांग्रेस-जेडीएस के एक दर्जन से ज्यादा विधायकों को साधने में जुटे हुए हैं.

चार दिन पहले उन्होंने अहमदाबाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह से भी मुलाकात की थी. हालांकि उन्होंने बाद में सफाई दी थी कि उन दोनों के बीच लोकसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर चर्चा हुई, प्रदेश की राजनीति पर नहीं.

कर्नाटक के कुछ बीजेपी नेताओं का कहना है कि बीजेपी की केंद्रीय लीडरशिप का फोकस जेडीएस-कांग्रेस सरकार को गिराने पर नहीं है. उन्होंने येदियुरप्पा को अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव की तैयारियों पर फोकस करने के लिए कहा है जोकि राजनीतिक रूप से अधिक महत्वपूर्ण है. केंद्रीय नेतृत्व ने येदियुरप्पा को कर्नाटक की गठबंधन सरकार को लेकर चिंता नहीं करने को कहा है.

बीजेपी के सीनियर नेता ने कहा, 'हमारी हाई कमान चाहती है कि कांग्रेस जेडीएस की सरकार अपने आप गिरे. उन्होंने पता है कि लोकसभा चुनाव के बाद गठबंधन की यह सरकार अधिक समय तक नहीं टिकेगी. अगर अभी यह सरकार गिरती है तो इसका आरोप बीजेपी पर आएगा. लेकिन येदियुरप्पा को चैन नहीं है.'

कर्नाटक की राजनीति में बन रही परिस्थितियों को देखते हुए कुमारस्वामी ने गठबंधन सरकार से नाराज चल रहे पूर्व सीएम सिद्धारमैया से सुलह करने के लिए शुक्रवार रात पहल की. एक ट्वीट में उन्होंने लिखा कि सरकार में सिद्धारमैया बड़ी भूमिका निभाएंगे.

कुमारस्वामी के ट्वीट के जवाब में सिद्धारमैया ने अपनी नाराजगी से जुड़ी सभी खबरों को अफवाह करार दिया है. उन्होंने कहा कि सरकार स्थिर है. एक ट्वीट में उन्होंने मीडिया पर आरोप लगाया कि वीडियो के एडिटेड हिस्से दिखाकर वह उन्हें बदनाम करने की कोशिश कर रही है.

हालांकि शनिवार को कुमारस्वामी ने कावे मुद्दे पर ऑल-पार्टी बैठक बुलाई थी जिसमें येदियुरप्पा शामिल हुए लेकिन सिद्धारमैया गायब रहे. इस दौरान सिद्धारमैया वरिष्ठ कांग्रेस नेता एमबी पाटिल से मुलाकात कर रहे थे जिन्हें इस बार मंत्री नहीं बनाया गया है.

इस बीच कुमारस्वामी 5 जुलाई को अपनी सरकार का पहला बजट पेश करने वाले हैं. सोमवार को विधानसभा की कार्यवाही शुरू होगी. अब यह देखना होगा कि सदम में सिद्धारमैया गठबंधन सरकार का बचाव करते हैं या चुपचाप बैठकर तमाशा देखते हैं.

(न्यूज़18 के लिए डी.पी सतीश की रिपोर्ट)