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जानिए कौन हैं गुजरात के उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल?

खबरों की मानें तो गुजरात चुनाव के बाद मनचाहा मंत्रालय ना मिलने से नाखुश नितिन पटेल पार्टी से नाराज हैं

FP Staff

आनंदीबेन सरकार में नितिन पटेल नंबर दो पर थे. पटेल आंदोलन के बाद जब आनंदीबेन पटेल ने सीएम का पद छोड़ा था तब नितिन पटेल इस पद के लिए मजबूत दावेदार थे. लेकिन अक्टूबर 2017 बीजेपी के शीर्ष नेताओं ने नितिन पटेल को उपमुख्यमंत्री बना कर प्रदेश अध्यक्ष विजय रूपाणी को गुजरात का मुख्यमंत्री चुना था.

उत्तरी गुजरात से आने वाले नितिन भाई पटेल कड़वा पटेल हैं. उनकी छवि जमीन से जुड़े नेता की है. शायद इसी लिए पटेल आंदोलन के दौरान उन्होंने सरकार की ओर से बातचीत में अहम भूमिका निभाई थी. माना जा रहा था कि पाटीदारों के आक्रोश को थामने के लिए ही नितिन पटेल को उपमुख्यमंत्री बनाया गया.


लंबा राजनीतिक अनुभव रखने वाले नितिन पटेल 1990 में पहली बार विधायक बने. पहली बार 1995 में कैबिनेट मंत्री बने और उन्हें स्वास्थ्य विभाग कि जिम्मेदारी सौंपी गई.1995 से मंत्री रहे नितिन भाई पटेल ने सड़क एवं भवन, चिकित्सा शिक्षा, स्वास्थ्य, से लेकर वित्त मंत्रालय जैसे बड़े मंत्रालयों तक की कमान संभाली.

नगरपालिका परिषद् से उपमुख्यमंत्री तक

1977 में कड़ी नगर पालिका से अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत करने वाले नितिन भाई पटेल का जन्म 22 जून को मेहसाणा जिले के विसनगर में हुआ. बी.कॉम की पढ़ाई बीच में ही छोड़कर पारिवारिक व्यवसाय संभालने वाले नितिन पटेल वर्ष 1988-90 के दौरान कड़ी नगर पालिका के अध्यक्ष चुने गए. नितिन भाई पटेल लगातार आठ साल तक जिला सहकारी बैंक के निदेशक भी रहे. 1997-98 में मेहसाणा बीजेपी जिलाध्यक्ष बनने के पहले वह लगभग 11 महीने तक गुजरात नगरपालिका परिषद् के उपाध्यक्ष भी रहे.

नरेंद्र मोदी के केंद्र में जाने के बाद नितिन पटेल गुजरात में पार्टी के प्रवक्ता के तौर पर सामने आए. लगातार मंत्री रहने वाले नितिन पटेल गुजरात दंगों के बाद के चुनाव हार गए थे बावजूद इसके पार्टी में उनका कद पहले जैसा ही रहा और कई अहम पदों पर वह बने रहे. वर्ष 2016 में वह पहली बार उपमुख्यमंत्री बने.

खबरों की मानें तो गुजरात चुनाव के बाद मनचाहा मंत्रालय ना मिलने से नाखुश नितिन पटेल पार्टी से नाराज हैं. कांग्रेस पर लगातार हमला करने वाले नितिन पटेल ने गुजरात चुनाव के दौरान कहा था कि चुनाव जीतने के लिए कांग्रेस आतंकी हाफिज सईद तक से हाथ मिला लेगी. अब मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार वह खुद कांग्रेस की तरफ हाथ बढ़ा रहे हैं.