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करतारपुर कॉरिडोर का असली श्रेय पाक प्रधानमंत्री इमरान खान को जाता है: सिद्धू

सिद्धू का यह बयान ऐसे दिन आया है जब पूरा देश 26/11 मुंबई आतंकी हमले की 10वीं बरसी में शोक में डूबा है

FP Staff

'करतारपुर कॉरिडोर का असली श्रेय पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान को जाता है.' ऐसा कहना है पंजाब के स्थानीय निकाय मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू का. सिद्धू ने न्यूज़ 18 से बात करते हुए कहा, करतारपुर कॉरिडोर का असली श्रेय इमरान खान को जाता है. जिन्होंने इसके निर्माण के लिए कई सालों तक प्रार्थनाएं की. इस शख्स ने पाकिस्तान के प्रधान मंत्री की कुर्सी के लिए 24 साल का संघर्ष किया है.'

सिद्धू ने कॉरिडोर को लेकर चल रही राजनीति से दूर रहने की सलाह देते हुए कहा कि पूरी दुनिया खुश है. धर्म को हमेशा राजनीति से दूर रखना चाहिए. नुसरत फतेह अली खान और गुलाम अली जैसे लोगों को इन दोनों देशों की दूरियां कम करने का मौका दीजिए.


सिद्धू का यह बयान ऐसे दिन आया है जब पूरा देश 26/11 मुंबई आतंकी हमले की 10वीं बरसी में शोक में डूबा है. इस हमले में 10 पाकिस्तानी आतंकवादियों ने 166 लोगों की हत्या कर दी थी. एक दिन पूर्व ही पाकिस्तान के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने आतंकवादी हमलों का हवाला देते हुए कॉरिडोर के शिलान्यास समारोह में शामिल होने वाले पाकिस्तान के निमंत्रण को अस्वीकार कर दिया था.

वहीं सिद्धू ने रविवार को ही इस समारोह में शामिल होने का निमंत्रण स्वीकार कर लिया था. पाकिस्तानी विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी के निमंत्रण के स्वीकार करते हुए सिद्धू ने कहा, 'यह मेरे लिए बहुत सम्मान और खुशी कि बात है कि मैं 28 नवंबर को होने जा रहे करतरपुर साहिब के शिलान्यास कार्यक्रम में शामिल होऊंगा.मैं इस ऐतिहासिक अवसर पर आपसे मिलने के लिए तत्पर हूं.'

क्या है करतारपुर साहिब और क्या है इसकी अहमियत

करतारपुर साहिब वो जगह है, जहां 1539 ईं. में सिख धर्म के पहले गुरु नानक देव के निधन के बाद पवित्र गुरुद्वारे का निर्माण करवाया गया था. इस जगह की अहमियत इसलिए है क्योंकि यहां गुरु नानक देव ने अपने जीवन के अंतिम 18 साल बिताए थे.

पाकिस्तान ने गुरु नानक की 549वीं जयंती के अवसर पर नवंबर में 3800 सिख श्रद्धालुओं को वीजा जारी किया था. करतारपुर कॉरिडोर बन जाने से लाखों सिख श्रद्धालु पाकिस्तान में रावी नदी के तट पर स्थित गुरुद्वारा दरबार साहिब करतारपुर में मत्था टेक सकेंगे.