कर्नाटक में रामनगर विधानसभा उपचुनाव से बीजेपी प्रत्याशी के हटने के एलान के बाद पार्टी ने शुक्रवार को चुनाव आयोग से इस सीट पर तीन नवंबर को होने वाला मतदान निरस्त करने का अनुरोध किया. बीजेपी ने यह भी मांग की कि मुख्यमंत्री एच डी कुमारस्वामी समेत कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन के नेताओं ने यह सुनिश्चित करने के लिए कथित रुप से मिलीभगत से काम किया है कि चुनावी मुकाबला न हो. इसके लिए उन पर कानून के संबंधित प्रावधानों के तहत मामला दर्ज किया जाए.
बीजेपी को बड़ा झटका देते हुए रामनगर विधानसभा उपचुनाव से महज दो दिन पहले उसके उम्मीदवार एल चंद्रशेखर बृहस्पतिवार को चुनाव मैदान से हट गए और कांग्रेस में लौट गए. वह कुमारस्वामी की पत्नी के खिलाफ चुनाव लड़ रहे थे. बीजेपी उम्मीदवार के हट जाने के बाद अनीता कुमारस्वामी के आसानी से जीत जाने की संभावना है. चुनाव आयोग को अर्जी देकर बीजेपी ने आरोप लगाया कि बेंगलुरु ग्रामीण के कांग्रेस सांसद डी के सुरेश, अनीता कुमारस्वामी और मुख्यमंत्री के अनुचित प्रभाव के चलते यह घटनाक्रम अंजाम पाया है और धोखाधड़ी और उम्मीदवार के खरीद-फरोख्त का परिणाम है.
पार्टी ने कहा कि हम आयोग से उनके खिलाफ भादसं की धारा 171 और जनप्रतिनिधित्व कानून के तहत मामला दर्ज करने और चुनाव तत्काल निरस्त करने का अनुरोध करते हैं. वरिष्ठ कांग्रेस नेता सी एम लिंगप्पा के बेटे चंद्रशेखर बीजेपी में शामिल हो गए थे, क्योंकि कांग्रेस ने अपने सहयोगी दल जेडीएस की उम्मीदवार का समर्थन करने का फैसला किया था. बीजेपी में शामिल होने के कुछ ही दिन के अंदर चंद्रशेखर को इस उपचुनाव के लिए पार्टी का प्रत्याशी बना दिया गया था. कुमारस्वामी के यह सीट छोड़ने से इस पर उपचुनाव कराया जा रहा है. उन्होंने चेन्नपटना सीट रखना पसंद किया.