कर्नाटक में ऐसा लग रहा है कि सत्तारूढ़ कांग्रेस-जेडीएस का गठबंधन पर फिलहाल बीजेपी के आतंक का साया मंडरा रहा है. कांग्रेस-जेडीएस के भीतर सरकार गिरने का डर समाया हुआ है. गठबंधन ने बीजेपी पर हॉर्स ट्रेडिंग के आरोप लगाए हैं.
बीजेपी अध्यक्ष बीएस येदियुरप्पा ने कहा है कि कांग्रेस के कुछ विधायकों का कांग्रेस विधायक दल की बैठक से दूर रहना और सत्तारूढ़ गठबंधन सहयोगियों के बीच गहरे मतभेद इस बात के संकेत हैं कि आने वाले दिनों में ‘ज्वालामुखी कभी भी फट सकता है.’
बता दें कांग्रेस के चार असंतुष्ट विधायक शुक्रवार को हुई कांग्रेस विधायक दल की बैठक में शामिल नहीं हुए, जिसके बाद येदियुरप्पा की यह टिप्पणी सामने आई.
हालांकि, शनिवार को मीडिया से बातचीत में येदियुरप्पा ने ये भी कहा कि उनकी पार्टी कर्नाटकर सरकार को गिराने की कोशिश किसी भी कीमत पर नहीं करेगी.
उन्होंने कहा, 'हमारे विधायक दिल्ली से बेंगलुरु आ रहे हैं. हम राज्य में दौरा करेंगे और सूखे के हालात पर विश्लेषण करेंगे. हम सरकार को किसी भी कीमत पर अस्थिर नहीं करेंगे. कांग्रेस और जेडीएस को चिंता करने की जरूरत नहीं है.'
शुक्रवार को येदियुरप्पा ने कहा था कि 'कांग्रेस विधायक दल की बैठक से कांग्रेस विधायकों की गैरमौजूदगी और गठबंधन सहयोगियों के बीच गहरे मतभेद इस बात के संकेत हैं कि आने वाले दिनों में कुछ विस्फोटक हो सकता है.'
दरअसल, यह बैठक कांग्रेस ने अपनी ताकत के प्रदर्शन के इरादे से और एच डी कुमारस्वामी के नेतृत्व वाली कांग्रेस-जेडीएस की सरकार को गिराने के बीजेपी के कथित प्रयास के खिलाफ बुलाई थी.
बीजेपी प्रमुख ने कहा कि कांग्रेस विधायक दल के नेता सिद्धरमैया ने जिस लहजे में पार्टी विधायकों को चेतावनी दी, उससे उनकी हताशा और डर का पता चलता है. येदियुरप्पा ने कहा, ‘सिद्धरमैया, आपने जिस लहजे और अंदाज में पार्टी विधायकों को बैठक का नोटिस दिया उससे आपकी हताशा का पता चलता है और यह इस बात का सबूत है कि आप खौफ में हैं. अगर विधायकों के साथ आपका रिश्ता मजबूत और सौहार्दपूर्ण है तो आपने नोटिस में यह क्यों उल्लेख किया कि दलबदल कानून के तहत कार्रवाई की जाएगी.’
दरअसल, शुक्रवार की बैठक के बाद सिद्धरमैया ने कहा था कि कांग्रेस विधायक दल की बैठक से नदारद रहे विधायकों रमेश जरकिहोली, बी नागेंद्र, उमेश जाधव और महेश कुमाताहल्ली को कांग्रेस नोटिस जारी करेगी.