view all

कर्नाटक निकाय चुनाव 2018: नतीजे घोषित, कांग्रेस ने मारी बाजी

शुक्रवार को निकाय चुनावों के लिए मतदान हुआ था, कांग्रेस ने 2,709 सीटों में से 982 पर जीत दर्ज की. वहीं बीजेपी 927 सीटों के साथ दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है

FP Staff

कर्नाटक नगर निकाय चुनावों में कांग्रेस ने बाजी मार ली है लेकिन उसकी सीटों में इस बार भारी गिरावट देखने को मिली है. वहीं बीजेपी ने राज्य में पिछले निकाय चुनावों की तुलना में इस बार काफी बेहतर प्रदर्शन किया है.

शुक्रवार को निकाय चुनवों के लिए मतदान हुआ था. कांग्रेस ने 2,662 सीटों में से 982 पर जीत दर्ज की. वहीं बीजेपी 929 सीटों के साथ दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है. राज्य की सत्ता में काबिज कांग्रेस की सहयोगी पार्टी जेडी(एस) को 375 सीटों पर जीत हासिल हुई. निकाय चुनावों में बीएसपी के खाते में 13 सीटें आई तो अन्य ने 363 सीटें जीती.


29 सिटी काउंसिल में कांग्रेस 5 सीटों पर जीती है. वहीं बीजेपी के खाते में 9 और जेडीएस को 2 सीटें मिली हैं. सिटी काउंसिल में 13 सीटें अन्य के खाते में गई हैं. 53 नगर पालिकाओं में कांग्रेस ने सबसे ज्यादा 20 सीटों पर जीत हासिल की है. शहर नगर पालिका चुनावों में बीजेपी को 11, जेडीएस को 8 और अन्य को 14 सीटों पर जीत मिली है. वहीं राज्य की 23 नगर पंचायतों में से 7 पर कांग्रेस, 7 पर बीजेपी, 2 पर जेडीए और 4 पर अन्य को जीत मिली है.

trends2018.kar.nic.in

तीनों कॉर्पोरेशन सीटों पर बीजेपी आगे

135 कॉर्पोरेशन वार्डों में से बीजेपी के खाते में सबसे ज्यादा सीटें गई हैं. बीजेपी को 54, कांग्रेस को 36, जेडीएस को 30 और 15 सीटें अन्य के खाते में गई. शिवमोगा की 35 सीटों में से बीजेपी को 20, कांग्रेस को 7 और जेडीएस को 2 सीटों पर जीत मिली, जबकि 6 सीट अन्य के खातों में गई.

मैसूर की 65 सीटों में से 22 पर बीजेपी, 19 पर कांग्रेस, 18 पर जेडीएस और 6 सीटों पर अन्य को जीत मिली है. टुमकुर में 12 सीटें बीजेपी तो 10-10 सीटें कांग्रेस और जेडीएस के खाते में गई, जबकि 3 पर अन्य को जीत मिली.

अलग-अलग लड़ीं कांग्रेस और जेडीएस

राज्य की सत्ता में काबिज पार्टियां कांग्रेस और जेडीए ने निकाय चुनवों में अलग-अलग चुनाव लड़ा. हालांकि नतीजे घोषित होने के बाद जेडीएस ने कांग्रेस का समर्थन करने की बात कही है. जेडीएस के एचडी देवगौड़ा ने कहा कि कांग्रेस और जेडीएस ने गठबंधन की तैयारी कर ली है. वहीं बीजेपी के राज्य अध्यक्ष बीएस येदियुरप्पा ने कहा कि पार्टी ने उम्मीदों के मुताबिक प्रदर्शन नहीं किया. हालांकि उन्होंने उम्मीद की है की बीजेपी राज्य में आगामी लोकसभा चुनावों में बेहतर प्रदर्शन करेगी.

खड़गे ने कहा नतीजे इतने अहम नहीं हैं

पिछले चुनावों की तुलना में कांग्रेस के गिरते जनाधार के बावजूद कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि उनकी पार्टी चुनावों में पीछे नहीं है. इसी के साथ उन्होंने कहा कि यह चुनाव छोटे-छोटे और स्थानीय मुद्दों पर आधारित होते हैं, इसलिए इनके नतीजे इतने अहम नहीं हैं.

मालूम हो कि पिछले दिनों राज्य विधानसभा चुनवों में कांग्रेस और जेडीएस के गठबंधन के बाद निकाय चुनाव को बीजेपी के लिए बहुत बड़ी चुनौती के तौर पर देखा जा रहा था. हालांकि इन चुनावों से भी स्थिति स्पष्ट नहीं हुई है कि आगामी चुनावों में कौन सी पार्टी बाजी मार सकती है. दूसरी सबसे बड़ी पार्टी के तौर पर उभरने वाली बीजेपी जरूर आगामी चुनावों में जनाधार बढ़ने की उम्मीद लगा रही होगी.