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BJP नेताओं का आरोप- हमारे विधायकों के फोन टैप करवा रही कांग्रेस, निगाहें राज्यपाल पर

बीजेपी सांसदों ने गृहमंत्री को चिट्ठी में लिखा- 'अभिव्यक्ति और गोपनीयता का अधिकार हर नागरिक का मौलिक अधिकार है. इन अधिकारों में हस्तक्षेप करना संविधान की अवहेलना करना है.'

FP Staff

कर्नाटक में विधानसभा चुनावों के नतीजे आने के बाद राजनीतिक सरगर्मी और बढ़ गई है. बीजेपी नेताओं ने कांग्रेस पर फोन टैपिंग करवाने का आरोप लगाया है. बीजेपी सांसद शोभा करंदलजे, जीएम सिद्धेश्वरा, और पीसी मोहन ने गृहमंत्री राजनाथ सिंह को चिट्ठी लिखकर इसकी शिकायत की है.

बीजेपी सांसदों का आरोप है कि राज्य सरकार अपनी शक्तियों का असंवैधानिक इस्तेमाल कर रही है. सांसदों ने कहा, "हमारे पास कर्नाटक सरकार पर शक करने के सभी कारण हैं. कर्नाटक सरकार बीजेपी नेताओं के फोन कॉल रिकार्ड कर रही है. यह हमारे संविधान द्वारा प्रदत्त गोपनीयता के अधिकार का उल्लंघन है."


बीजेपी सांसदों ने गृहमंत्री को चिट्ठी में लिखा- 'अभिव्यक्ति और गोपनीयता का अधिकार हर नागरिक का मौलिक अधिकार है. इन अधिकारों में हस्तक्षेप करना संविधान की अवहेलना करना है.' बीजेपी सांसद शोभा करंदलजे का कहना है, 'सरकार बनाने के लिए कांग्रेस डर्टी पॉलिटिक्स कर रही है. जब चुनाव में किसी भी पार्टी को क्लियर मैनडेट यानी पूर्ण बहुमत नहीं मिला और बीजेपी 104 सीटों के साथ बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी, तो फिर कांग्रेस डर्टी पॉलिटिक्स क्यों खेल रही. सबसे बड़ी पार्टी के तौर पर बीजेपी को सरकार बनाने का हक है.'

(गृह मंत्री राजनाथ सिंह को लिखा गया पत्र)

बता दें कि कर्नाटक चुनाव के नतीजों में कोई भी पार्टी बहुमत का जादुई आंकड़ा (112) पार नहीं कर पाई है. ऐसे में सत्ता हासिल करने के लिए बीजेपी और कांग्रेस दोनों तरफ से विधायकों को जोड़ने-तोड़ने की हर संभव कोशिश जारी है. बुधवार को बीजेपी ने येदियुरप्पा के नेतृत्व में सरकार बनाने का दावा किया. बताया जा रहा है कि उन्होंने सीएम पद की शपथ ग्रहण के लिए राज्यपाल वजुभाई वाला से कल का समय मांगा है.

इसके बाद शाम को कुमारस्वामी कांग्रेस-जेडीएस के कुल 113 विधायकों को लेकर राजभवन पहुंचे. जेडीएस नेता कुमारस्वामी, कांग्रेस विधायक जी. परमेश्वर और रेवन्ना ने राज्यपाल वजुभाई वाला से मुलाकात की और सभी विधायकों का समर्थन-पत्र सौंपा.

कर्नाटक में विधानसभा चुनाव 12 मई को संपन्न हुए थे और चुनाव के नतीजों की घोषणा 15 मई को हुई. किसी भी पार्टी को अभी स्पष्ट बहुमत नहीं मिला है. कर्नाटक सरकार अपने शक्ति का गलत इस्तेमाल करते हुए भाजपा नेताओं के टेलीफोन टैप कर रही है. इस मामले में आप से अनुरोध है कि तत्काल हस्तक्षेप करें.

(साभार: न्यूज़18)