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कर्नाटक उपचुनाव नतीजे: बेल्लारी में कांग्रेस की 14 साल बाद वापसी, रेड्डी बंधुओं के गढ़ में BJP को करारी शिकस्त

इस चुनाव को कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन का लिटमस टेस्ट माना जा रहा था. कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन ने 5 में से 4 सीटें जीतकर माहौल बना लिया है

FP Staff

कर्नाटक उपचुनाव में बेल्लारी सीट से कांग्रेस के वीएस उगरप्पा ने जीत हासिल की है. यहां कांग्रेस को बड़ी कामयाबी मिली है और उसने बड़े अंतर से जीत हासिल की है. कांग्रेस के उरुगप्पा ने 2 लाख 43 हजार 161 वोटों से अपने प्रतिद्व्ंद्वी को हराया.

इस चुनाव को कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन का लिटमस टेस्ट माना जा रहा था. कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन ने 5 में से 4 सीटें जीतकर माहौल बना लिया है. खासकर बेल्लारी सीट को काफी अहम माना जा रहा था. यहां पर कांग्रेस की जीत के बड़े मायने हैं. बेल्लारी को रेड्डी बंधुओं का गढ़ माना जा रहा था. लेकिन यहां पर 14 साल बाद कांग्रेस ने वापसी की है. इसके पहले बीजेपी के बी श्रीरामुलु इस सीट से सांसद थे.


बेल्लारी सीट जीतने के बाद पूर्व सीएम सिद्धारमैया ने ट्वीट किया, 'जनार्दन रेड्डी के अमानवीय बातों को यह बेल्लारी की जनता का करारा जवाब है.' आपको बता दें कि  रेड्डी ने सिद्धारमैया के बेटे के निधन को लेकर आपत्तिजनक बयान दिया था. सिद्धारमैया ने खनन माफिया रेड्डी बंधु और बी श्रीरामुलु की तरफ इशारा करते हुए लिखा,"नरक चतुर्दशी के मौके पर बेल्लारी की जनता अंधकार से उजाले की तरफ बढ़ी है.'

बेल्लारी सीट के लिए कांग्रेस ने अपना पूरी ताकत लगा दी थी. इस सीट पर जीत हासिल करने वाले वीएस उगरप्पा को पू्र्व सीएम सिद्धारमैया का करीबी माना जाता है. कांग्रेस और जेडीएस ने उन्हें संयुक्त उम्मीदवार बनाया था. उगरप्पा का मुकाबला बीजेपी की उम्मीदवार जे शांता से था. जे शांता बीजेपी नेता बी श्रीरामुलु की बहन हैं.

बेल्लारी में चुनाव प्रचार की कमान कर्नाटक में कांग्रेस नेता और मंत्री डीके शिवकुमार संभाल रहे थे. यहां कांग्रेस और जेडीएस के 100 से ज्यादा नेताओं ने धुंआधार प्रचार किया. उनका लक्ष्य यहां खनन कारोबारी रेड्डी बंधुओं के प्रभाव को खत्म करना था. इस सीट पर एचडी देवेगौड़ा और पूर्व सीएम सिद्धारमैया, दोनों ने यहां आक्रमक चुनाव प्रचार किया है.

रेड्डी बंधु दावा कर रहे थे कि बेल्लारी में डीके शिवकुमार को खाली हाथ लौटना पड़ेगा लेकिन बात उलटी पड़ गई. बेल्लारी सीट से गिनती के शुरुआती चरणों से ही कांग्रेस ने बढ़त बनाए रखी और आखिर में बड़े अंतर से जीत हासिल की. इस सीट के चुनाव प्रभारी रहे डीके शिवकुमार ने जीत पर कहा कि दक्षिण के लोगों को आप राम मंदिर जैसे मुद्दों से बहला नहीं सकते. यहां लोग विकास और सामाजिक आर्थिक उन्नति के मुद्दों को समझते हैं. डीके शिवकुमार ने कहा है कि लोकतंत्र में चुनावी प्रक्रिया का अहम रोल है. ये बताता है कि देश किस दिशा में जा रहा है और लोग क्या चाहते हैं.