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बीजेपी नेता के बिगड़े बोल: ब्राह्मण भी खाते थे बीफ, बाद में बयान वापस लिया

वामन आचार्य ने एक कन्नड़ न्यूज़ चैनल पर बहस के दौरान कहा- ब्राह्मण सहित सभी समुदायों ने खाने के लिए गोवध किया

Bhasha

कर्नाटक बीजेपी के प्रवक्ता वामन आचार्य के मांसाहार को लेकर की गई टिप्पणी से विवाद खड़ा हो गया है. वामन आचार्य ने मंगलवार को यह बयान देकर तूल खड़ा कर दिया कि भारत के कृषि प्रधान देश बनने के पहले ब्राह्मण भी खाने के लिए गोवध करते थे.

बाद में जब बयान को लेकर उनके अपनी ही पार्टी के लोगों ने आलोचना किया तो वामन अपने दिए बयान से पलट गए. वामन आचार्य ने एक कन्नड़ न्यूज़ चैनल पर बहस के दौरान कहा, ‘भारत के कृषि प्रधान देश बनने के पहले, ऐसे उदाहरण हैं जब ब्राह्मण सहित सभी समुदायों ने खाने के लिए गोवध किया.’


यह चर्चा पशु बाजारों में वध के लिए पशुओं की खरीद-बिक्री पर रोक लगाए जाने संबंधी केंद्र की अधिसूचना पर आधारित थी.

बीजेपी नेताओं ने ही वामन आचार्य के बयान की निंदा की

सी टी रवि और जी मधुसूदन समेत राज्य के कई पार्टी नेताओं ने आचार्य की टिप्पणी की निंदा की जो जाहिरा तौर पर वैदिक काल से संबंधित थी.

आचार्य के विवादास्पद बयान के तूल पकड़ने पर पार्टी ने खुद को इससे अलग कर लिया. वरिष्ठ बीजेपी विधायक और प्रवक्ता सुरेश कुमार ने एक फेसबुक पोस्ट में कहा कि टिप्पणी पूरी तरह से पार्टी के सिद्धांतों और विचारधारा के खिलाफ है.

सोशल मीडिया और बीजेपी के अंदर से भी आलोचना होने के बाद आचार्य ने पीटीआई से कहा, ‘मैंने अपना बयान वापस ले लिया है और मैं इस मुद्दे का खत्म करना चाहता हूं. मैं अपनी पार्टी को आहत नहीं करना चाहता.’