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कर्नाटक की 126 सीटों पर JDS ने घोषित किए अपने उम्मीदवार

पहली सूची में केवल जेडीएस उम्मीदवारों के ही नाम हैं, इसकी गठबंधन पार्टियां बीएसपी और एनसीपी के उम्मीदवारों को दूसरी सूची में जगह मिलने की संभावना है

FP Staff

कर्नाटक विधानसभा चुनाव की तारीखों का अभी ऐलान नहीं हुआ है लेकिन पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा की पार्टी जनता दल (सेकुलर) ने 126 सीटों के लिए अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है. शनिवार को की गई इस घोषणा से हर कोई हैरान है. इसकी वजह है कि चुनाव आयोग ने यहां विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान नहीं किया है.

इस सूची को उसी दिन सार्वजनिक किया गया था जब जेडीएस प्रमुख ने बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) सुप्रीमो मायावती के साथ बेंगलुरु में एक चुनावी रैली को संबोधित किया था. इससे पता चलता है कि सीट बंटवारे का फॉर्मूला तैयार हो चुका है.


पहली सूची में केवल जेडीएस उम्मीदवारों के ही नाम हैं. इसकी गठबंधन पार्टियां बीएसपी और एनसीपी के उम्मीदवारों को दूसरी सूची में शामिल करने की संभावना है क्योंकि जेडीएस बचे हुए 98 सीटों में से 58 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. कर्नाटक में विधानसभा की 224 सीटें हैं.

पहली सूची में देवगौड़ा के परिवार से केवल 2 नाम शामिल हैं

जैसा कि देवगौड़ा ने पहले वादा किया था कि पहली सूची में उनके परिवार से केवल 2 नाम होंगे. पार्टी के राज्य प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री एच डी कुमारस्वामी रामनगर ने चुनाव लड़ेंगे और उनके बड़े भाई एच डी रेवन्ना होलेनारसिपुर से चुनाव लड़ेंगे. वर्तमान में ये दोनों ही विधायक हैं.

देवगौड़ा के पोते प्रज्‍जवल रेवन्ना और उनकी बहू अनीता कुमारस्वामी का नाम इस सूची में नहीं है. इसके अलावा पार्टी ने चन्नापटना सीट के लिए भी उम्मीदवार की घोषणा नहीं की है. इसी सीट से कुमारस्वामी की पत्नी के चुनाव लड़ने की संभावना है.

देवगौड़ा ने हसन और मैसूर जिले की बेलुर और हुनासुर सीटों से उम्मीदवारों का ऐलान करके प्रज्‍जवल की महत्वाकांक्षा पर पानी फेर दिया है क्योंकि इन दोनों ही सीटों पर प्रज्‍जवल की नजर थी.

पार्टी ने आरआरनगर की सीट को खाली रखा है, प्रज्‍जवल यहां से चुनाव लड़ सकते हैं. 27 साल के प्रज्‍जवल ने 6 महीने पहले अपने चाचा के खिलाफ विद्रोही शुरू कर दिया था और जेडीएस को सूटकेस पार्टी कहा था. इस पर गौड़ा ने उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की बात की थी.

पूर्व प्रधानमंत्री देवगौड़ा को संकट के समय अपने राजनीतिक कौशल और कुशल प्रबंधन के लिए जाना जाता है. माना जा रहा है कि अपने उम्मीदवारों की घोषणा करते समय वह कांग्रेस और बीजेपी के कुछ विरोधियों को भी टिकट दे सकते हैं.

(न्यूज़ 18 के लिए डी पी सतीश की रिपोर्ट)