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कर्नाटक चुनाव: तारीख घोषित होते ही अपनी गलतियों पर घिर गई बीजेपी!

अमित मालवीय के ट्वीट और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह की जुबान फिसलने कांग्रेस को आक्रामक होने का मौका मिल गया है

Amitesh

कर्नाटक विधानसभा चुनाव की तारीख घोषित होने के साथ ही कांग्रेस आक्रामक हो गई है. कांग्रेस को ऐसा करने का मौका खुद बीजेपी की वजह से मिल गया है. बीजेपी के आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय के ट्वीट को लेकर मचे बवाल ने कांग्रेस को मौका दे दिया है.

मुख्य चुनाव आयुक्त ओपी रावत की प्रेस कॉन्फ्रेंस में कर्नाटक चुनाव की तारीखों के ऐलान के पहले ही अमित मालवीय ने ट्वीट कर कर्नाटक में विधानसभा चुनाव की तारीख के बारे में जानकारी दे दी.


बस इसी बात पर बवाल हो गया. चुनाव आयोग की तरफ से चुनाव के ऐलान से पहले ही इस तरह चुनाव की तारीख के बारे में किए गए ट्वीट पर आयोग ने भी संज्ञान लिया है. मीडिया के सवाल के जवाब में मुख्य चुनाव आयुक्त ने इस मामले में उचित कार्रवाई करने की बात कही.

बीजेपी ने दी सफाई

उधर, कांग्रेस ने भी बीजेपी को घेरना शुरू कर दिया है. कांग्रेस को तो मौके का इंतजार था, लगता है कांग्रेस को यह मौका मिल गया है. हालांकि इस मामले में बवाल बढ़ता देख बीजेपी काफी सक्रिय हो गई है. बीजेपी की तरफ से एक प्रतिनिधिमंडल ने मुख्य चुनाव आयुक्त से मुलाकात कर अपनी ओर से सफाई दी है. बीजेपी नेता मुख्तार अब्बास नकवी ने चुनाव आयोग के अधिकारियों से मुलाकात के बाद कहा कि अमित मालवीय का ट्वीट टीवी चैनलों के स्रोतों पर आधारित था. चुनाव आयोग की प्रतिष्ठा को कम करने का हमारा उद्देश्य नहीं था.

जबकि खुद पार्टी के आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने भी इस पूरे मामले में चुनाव आयोग को पत्र लिखकर सफाई दी है. मालवीय ने चुनाव आयोग को बताया है कि मैंने जो कुछ भी लिखा वो टी वी चैनल की रिपोर्ट और सूचना के आधार पर लिखा था.

टीवी चैनल के स्क्रीन शॉट को भी चुनाव आयोग के सामने भेजा गया है और दिखाने का प्रयास किया गया है कि 11 बजकर 6 मिनट पर जब न्यूज दिखाया गया उसके दो मिनट बाद यानी 11 बजकर 8 मिनट पर अमित मालवीय ने ट्वीट किया.

अपनी सफाई में मालवीय ने कर्नाटक के कांग्रेस के एक नेता के इसी तरह के ट्वीट का हवाला दिया है. उन्होंने अपनी सफाई में कहा है कि इसी तरह का ट्वीट कांग्रेस के नेता ने भी 11 बजकर 8 मिनट पर ही किया है.

बीजेपी की तरफ से इस मामले में सफाई दी जा रही है. लेकिन, कांग्रेस ने इस मुद्दे को जोर-शोर से उठा दिया है. यहां तक कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी इस मामले में कूद कर पूरे मामले को बड़ा राजनीतिक रंग दे दिया है.

राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा कि बीजेपी के आईटी सेल ने कर्नाटक चुनावों की तारीख घोषित की है. अब यह समय है कि हम अपने गुप्त कैपेंन वीडियो पर निगाह रखें.

अमित शाह की फिसली जुबान ने भी दिया मौका

उधर बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह की कर्नाटक दौरे पर जुबान कुछ ऐसी फिसली कि उन्होंने अपने ही नेता को भ्रष्टाचारी बता दिया. अमित शाह कर्नाटक की कांग्रेस सरकार को भ्रष्टाचार के मुद्दे पर घेरना चाह रहे थे लेकिन, उन्होंने येदियुरप्पा सरकार को भ्रष्टाचारी बताकर विरोधियों को मौका थमा दिया.

हालांकि बाद में इस मसले को संभालने की कोशिश की गई, लेकिन, तबतक काफी देर हो चुकी थी. मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने मामले को लपक लिया. लेकिन, चुनाव की तारीख के ऐलान के दिन बीजेपी अध्यक्ष की फिसली जुबान ने कांग्रेस अध्यक्ष को तीर चलाने का मौका थमा दिया.

राहुल गांधी ने ट्वीट कर चुटकी भी ले ली और कांग्रेस के लोगों को सतर्क रहने को कहा. राहुल गांधी ने कहा कि येदियुरप्पा सरकार को सबसे भ्रष्ट सरकार कहकर बीजेपी के अध्यक्ष अमित शाह ने हमारे प्रचार अभियान को बेहतरीन शुरुआत उपहार में दी.

राहुल गांधी की तरफ से तंज कसा जा रहा है. कांग्रेस के नेता बीजेपी के अध्यक्ष के साथ-साथ आईटी सेल प्रमुख पर भी हमलावर हो रहे हैं. बीजेपी ने दोनों ही मामलों में अपनी सफाई देने की पूरी कोशिश की है. पार्टी ने कांग्रेस पर पलटवार भी करना शुरू कर दिया है. लेकिन, कर्नाटक चुनाव की घोषणा होने के साथ ही पहले ही दिन मचे बवाल से साफ हो गया है कि आने वाले दिनों में बेंगलुरु का सियासी तापमान केवल बेंगलुरु तक ही नहीं सीमित नहीं रहने वाला है. इसका असर दिल्ली तक भी देखने को मिलेगा.