view all

कपिल-केजरीवाल विवाद पहुंचा एसीबी दफ्तर, एलजी ने 7 दिनों में मांगी रिपोर्ट

मिश्रा के मुताबिक केजरीवाल के दो करीबियों ने जांच को प्रभावित करने की कोशिश की.

FP Staff

आम आदमी पार्टी से विधायक और दिल्ली के पूर्व मंत्री कपिल मिश्रा और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के बीच चल रहे विवाद में नया मोड़ आ गया है. कपिल मिश्रा की शिकायत के बाद दिल्ली के एलजी अनिल बैजल ने ये मामला एंटी करप्शन ब्यूरो को भेज दिया है और सात दिनों के भीतर इस पर रिपोर्ट मांगी है.

कपिल मिश्रा ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ भ्रष्टाचार के कुछ संगीन आरोप लगाए थे. उन्होंने रविवार रात को इसकी जानकारी देते हुए एक शिकायत दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल को दी थी.


जिसके बाद अनिल बैजल ने ये केस एसीबी यानि एंटी करप्शन ब्यूरो को सौंप दी है और सात दिनों के भीतर उनसे इसपर रिपोर्ट मांगी है.

कपिल मिश्रा ने रविवार को आरोप लगाया था कि उन्होंने सत्येंद्र जैन को केजरीवाल को 2 करोड़ रुपये कैश देते देखा. इस मामले में कपिल मिश्रा सरकारी गवाह बन सकते हैं.

इस दौरान मिश्रा वाटर टैंकर घोटाले को लेकर कुछ जानकारी एसीबी (एंटी करप्शन ब्रांच) को दी.

वे केजरीवाल के खिलाफ भी कुछ सबूत या जानकारी एसीबी को दे सकते हैं.

इससे पहले कपिल मिश्रा ने कहा था कि वो सभी शिकायतें और डिटेल्स एसीबी के सामने पेश करेंगे साथ ही ये भी कि इस मामले की जानकारी देने के लिए उन्होंने सीबीआई से वक्त मांगा है. जिसके बाद एसीबी ने उन्हें सोमवार सुबह 11 बजे का वक्त दिया था.

कपिल मिश्रा ने ये भी कहा कि उनके आरोपों की सच्चाई सामने लाने के लिए उनके अलावा अरविंद केजरीवाल, सत्येंद्र जैन और उनका लाई डिटेक्टर टेस्ट कराया जाना चाहिए.

उपराज्यपाल से शिकायत

मिश्रा ने रविवार रात उप-राज्यपाल बैजल से मिलकर अरविंद केजरीवाल और सत्येंद्र जैन के बीच दो करोड़ रूपयों के लेन-देन की शिकायत की थी. उन्होंने कहा एंटी करप्शन ब्यूरो के सामने वे इस मामले में गवाह बनने के लिए भी तैयार हैं.

ये भी पढ़ें: भरोसा नहीं है तो मेरा, सत्येंद्र जैन और केजरीवाल का लाई डिटेक्टर टेस्ट करा लीजिए

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के साथ

कपिल मिश्रा ने ये भी कहा था कि टैंकर घोटाले से जुड़ी रिपोर्ट वो सरकार को काफी पहले दे चुके हैं. बावजूद इसके इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की गई. कपिल ने ये भी दावा किया था कि जो लोग भ्रष्टाचार में शामिल हैं और जो उन्हें बचा रहे हैं ऐसे लोगों को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाया जाना चाहिए.

कपिल मिश्रा ने बताया कि वो सत्येंद्र जैन और अरविंद केजरीवाल के बीच हुए कथित लेनदेन की जानकारी एंटी-करप्शन ब्यूरो को देंगे. उन्होंने कहा कि वो इस मामले में सरकारी गवाह बनने के लिए भी तैयार हैं.

कपिल के अनुसार उन्होंने अपनी आंखों के सामने सत्येंद्र जैन ने अरविंद केजरीवाल को 2 करोड़ रुपये कैश दिया. साथ ही यह भी दावा किया कि सत्येंद्र जैन ने केजरीवाल के एक रिश्तेदार के लिए 50 लाख रुपये की लैंड डील कराई.

हालांकि, राजघाट जाकर केजरीवाल पर आरोप लगाने से पहले कपिल मिश्रा ने दावा किया था कि वो टैंकर घोटाले से जुड़े कुछ नामों का खुलासा करेंगे. उन्होंने कहा था कि ये ऐसे नाम होंगे जिन्हें सुनकर केजरीवाल के पैरों से जमीन खिसक जाएगी.

उनके मुताबिक केजरीवाल के दो करीबियों ने न सिर्फ जांच को प्रभावित करने की कोशिश की बल्कि पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित को भी बचाने की कोशिश की.