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हर खाते में 15 लाख रुपए की तरह, क्या राम मंदिर भी जुमला है?: उद्धव ठाकरे

ठाकरे ने कहा, राम मंदिर का मुद्दा केवल चुनावों के दौरान आता है और चुनाव खत्म हो जाने पर इसे भुला दिया जाता है

FP Staff

पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव शुरू होने के साथ ही राजनीतिक सरगर्मियां भी बढ़ गई हैं. इन विधानसभा चुनावों को आगामी 2019 लोकसभा चुनाव से पहले सेमीफाइनल के तौर पर भी देखा जा रहा है. ऐसे में राजनीतिक मंचों से राम मंदिर का मुद्दा भी लगातार उठाया जा रहा है.

इसी कड़ी में शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने भी इस मुद्दे पर राजनीतिक बाजी खेलना शुरू कर दिया है. ठाकरे ने केंद्र सरकार से सवाल किया है कि राम मंदिर बनाने की बात भी क्या जुमला है. ठाकरे ने कहा, 'हर व्यक्ति के खाते में 15 लाख रुपए आएंगे की तरह राम मंदिर भी क्या कोई जुमला है.' उन्होंने इस मुद्दे पर अपनी पार्टी का पक्ष भी साफ किया है.


ठाकरे ने कहा, 'जब हम इस मुद्दे को उठा रहे हैं, तो हमारा लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि राम मंदिर वास्तव में बनाया जाए. यह मुद्दा केवल चुनाव के दौरान आता है और एक बार चुनाव खत्म हो जाने पर इसे भी भुला दिया जाता है.'

गौरतलब है कि इन दिनों राम मंदिर मुद्दे पर काफी चर्चाएं और प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं. एमपी, राजस्थान, तेलंगाना, मिजोरम और छत्तीसगढ़ में चुनाव हो रहे हैं. ऐसे में राम मंदिर को लेकर संत समाज भी काफी सक्रिय हो गया है. राम मंदिर के मुद्दे को लटकाए रखने पर केंद्र सरकार की लगातार आलोचना हो रही है.