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जेडीयू ने दिया बीजेपी को बड़ा झटका, राज्यसभा में तीन तलाक बिल को नहीं देगी समर्थन

जेडीयू का कहना है कि तीन तलाक बिल काफी जल्दबाजी में लाया जा रहा है

FP Staff

भारतीय जनता पार्टी को अलग-अलग राज्यों से अपने सहयोगियों से एक के बाद एक झटके मिल रहे हैं. राफेल डील पर शिवसेना भी कांग्रेस की तर्ज पर संयुक्त संसदीय समिति के गठन की मांग कर रही है, वहीं अब जेडीयू भी बीजेपी से बगावत करती नजर आ रही है. खबर है कि पार्टी राज्यसभा में तीन तलाक बिल को समर्थन नहीं देगी.

जेडीयू ने गुरुवार को तीन तलाक बिल की आलोचना करते हुए कहा कि वो राज्यसभा में सरकार के खिलाफ वोट देगी. जेडीयू का कहना है कि तीन तलाक बिल काफी जल्दबाजी में लाया जा रहा है.


एनडीटीवी से बातचीत में जेडीयू के वरिष्ठ नेता वशिष्ठ नारायण सिंह ने कहा कि 'हमें लगता है कि बिल बहुत जल्दबाजी में लाया जा रहा है. हमें लगता है कि इससे बचा सकता था और इस पर ज्यादा विमर्श की जरूरत थी.' आगे सवाल पूछे जाने पर नारायण ने कहा कि अगर ये बिल राज्यसभा में आता है, तो पार्टी सरकार के खिलाफ वोट करेगी.

विपक्ष पहले ही बिल को एंटी-मुस्लिम बताकर इसका विरोध कर रहा है और इसपर विचार करने के लिए एक विशेष संसदीय समिति को भेजे जाने की मांग हुई है.

हालांकि, बीजेपी जेडीयू के इस रुख पर भड़क गई है. बीजेपी के राज्यसभा सांसद सीपी ठाकुर ने बिना नाम लिए जेडीयू पर हमला बोलते हुए कहा कि कुछ पार्टियां वोट बैंक की पॉलिटिक्स कर रही हैं और उन्हें डर है कि अगर उन्होंने तीन तलाक बिल को सपोर्ट किया तो उनकाे खास समुदाय का वोट बैंक खतरे में पड़ जाएगा.

सूत्रों के हवाले से जानकारी है कि जेडीयू को इस बिल के क्रिमिनलाइजेशन क्लॉज से समस्या है, जिसमें दोषी को तीन साल की जेल की सजा का प्रावधान है. साथ ही पार्टी मुस्लिम समुदाय के प्रतिनिधियों से भी बातचीत करके बिल लाने की इच्छुक है.

बता दें कि पिछले हफ्ते ही लोकसभा में बहुत हंगामे के बीच तीन तलाक बिल पास किया गया था. इस दौरान कांग्रेस और एआईडीएमके के सांसदों ने वॉकआउट कर दिया था.